वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2017 से जन धन खातों में जमा में तेजी आई है. इन खातों में 30 जनवरी 2019 तक कुल जमा बढ़कर 89,257.57 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. जमा में वृद्धि जारी है. 23 जनवरी को कुल जमा 88,566.92 करोड़ रुपये थी. सभी परिवारों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने के उद्देश्य से केंद्र ने 28 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) शुरुआत की थी. योजना की सफलता से उत्साहित सरकार ने 28 अगस्त 2018 के बाद खोले गए नए खातों के लिए दुर्घटना बीमा कवर को एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया गया. ओवरड्राफ्ट की सीमा को दोगुना करके 10,000 रुपये कर दिया गया है.

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34.14 करोड़ खाते खोले गए

नए आंकड़ों के मुताबिक, प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत 34.14 करोड़ खाते खोले गए हैं. इन खातों में औसत जमा बढ़कर 2,615 रुपये हो गई, जो कि 25 मार्च 2015 को 1,065 रुपये पर था. इन खातों में 53 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं, जिसमें से 59 प्रतिशत खाते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र से है. आंकड़ों के मुताबिक, 27.26 करोड़ खाताधारकों को दुर्घटना बीमा कवर के साथ रुपे डेबिट कार्ड जारी किए गए हैं.

 

 

2014 में शुरू हुई थी योजना

जनधन योजना की घोषणा 15 अगस्त, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. इसका शुभारंभ 28 अगस्त, 2014 को किया गया. इस परियोजना की औपचारिक शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री ने सभी बैंको को ई-मेल भेजा जिसमें उन्होंने 'हर परिवार के लिए बैंक खाता' को एक ‘राष्‍ट्रीय प्राथमिकता’ घोषित किया और सात करोड़ से भी अधिक परिवारों को इस योजना में प्रवेश देने और उनका खाता खोलने के लिए सभी बैंको को कमर कसने को कहा गया. योजना के उद्घाटन के दिन ही 1.5 करोड़ बैंक खाते खोले गए थे.

(इनपुट एजेंसी से)