इन बैंकों की ब्याज दरों में कमी की संभावना, विलय का मिलेगा फायदा
बैंक ऑफ बड़ौदा का कर्ज पर ब्याज विजया बैंक और देना बैंक की तुलना में कम है. ऐसे में तीनों बैंकों के विलय के बाद तीनों बैंकों की कर्ज पर ब्याज दर एक समान हो जाएगी.
बैंक ऑफ बड़ौदा का कर्ज पर ब्याज विजया बैंक और देना बैंक की तुलना में कम है. ऐसे में तीनों बैंकों के विलय के बाद तीनों बैंकों की कर्ज पर ब्याज दर एक समान हो जाएगी. ऐसे में माना जा रहा है कि बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्याज दर का लाभ अन्य देना व विजया बैंक को भी मिलेगा. बैंकों की सालाना समीक्षा के दौरान इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा.
बैंक ऑफ बड़ौदा में है सबसे कम ब्याज
बैंक ऑफ बड़ौदा में कर्ज पर ब्याज की दर लगभग 8.65 फीसदी है. वहीं देना बैक की कर्ज पर ब्याज दर 8.80 फीसदी है. विजया बैंक की कर्ज पर ब्याज दर लगभग 8.75 फीसदी है. ऐसे में यदि तीनों बैकों की ब्याज दरें एक समान हो जाती हैं और बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्याज दर लागू होती है तो सभी ग्राहकों को फयादा मिलेगा.
पूंजी पर लागत होगी कम
गौरतलब है कि बैंक अपनी लागत के आधार पर ब्याज दरें निर्धारित करते हैं. वहीं तीनों बैंकों के विलय के बाद यह देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है और इसके पास पर्याप्त पूंजी भी है. ऐसे में माना जा रहा है कि इसे कर्ज देने के लिए पैसे पर आने वाली लागत भी कम आएगी.
सॉफ्टवेयर किया जाएगा अपडेट
हिंदी के अखबार हिन्दुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार बैंक ऑफ बडौदा में विलय के बाद डेढ साल के अंदर इन बैंकों में एकीकृत व्यवस्था लागू करनी की जानी है. फिलहाल तीनों बैंक एक ही सॉफ्टवेयर पर काम करते हैं. लकिन तीनों के वर्जन अलग होने से मुश्किल आ रही है. ऐसे में बैंक इन बैंकों में सॉफ्टवेयर में बदलाव पर भी विचार किया जा रहा है.