Festive Season में खरीददारी का माहौल होता है. ई-कॉमर्स साइट्स से लेकर हर तरफ ऑफर्स, सेल और डिस्‍काउंट्स होते हैं. हर कोई इनका फायदा लेना चाहता है और ज्‍यादा से ज्‍यादा खरीददारी करना चाहता है. त्‍योहारी सीजन में सबसे ज्‍यादा डिस्‍काउंट्स और ऑफर्स क्रेडिट कार्ड पर मिलते हैं. ऐसे में लोग क्रेडिट कार्ड्स का जमकर इस्‍तेमाल करते हैं. ऐसे में खरीददारी के दौरान कई बार क्रेडिट कार्ड की लिमिट भी कम पड़ जाती है. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो टेंशन न लीजिए, आप अपनी क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़वा भी सकते हैं. हालांकि क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाते समय बैंक किन बातों पर गौर करते हैं, इसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए.

जानिए क्‍या होती है क्रेडिट कार्ड की लिमिट

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जब बैंक आपको कोई कार्ड जारी करता है तो उसकी एक लिमिट होती है, उस लिमिट से ज्‍यादा क्रेडिट कार्ड यूजर खर्च नहीं कर सकता. ये लिमिट आमतौर पर आमदनी के आधार पर तय की जाती है. आपकी आमदनी जितनी ज्‍यादा होगी, आपको उतनी ज्‍यादा क्रेडिट कार्ड की लिमिट होगी. इसके अलावा आपका क्रेडिट स्कोर, जो आपके लोन रीपेमेंट के रिकॉर्ड भी इस मामले में बड़ी भूमिका निभाता है. 

लिमिट बढ़ाने से पहले बैंक इन बातों पर करते हैं गौर

अगर आपको लगता है कि आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट कम है और आप इसे बढ़वाना चाहते हैं तो आपको ये समझना होगा कि आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट का बढ़ना या न बढ़ना, ये इस पर निर्भर करता है कि आप क्रेडिट कार्ड के लिए बनाए गए मापदंडों को पूरा कर रहे हैं या नहीं. क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने से पहले बैंक आपकी सालाना आमदनी, उम्र, जॉब स्‍टेबिलिटी और आपके ऊपर कितना कर्ज है, इन सारी चीजों पर गौर करते हैं. इसके अलावा आपकी क्रेडिट हिस्‍ट्री और क्रेडिट स्‍कोर भी क्रेडिट कार्ड की लिमिट तय करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. 

कैसे बढ़वाई जाती है क्रेडिट कार्ड की लिमिट

अगर आपको अपने मौजूदा क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वानी है तो इसके बारे में आपको बैंक से अनुरोध करना होता है. इसके बाद बैंक आपकी कमाई और खर्च के अनुपात को देखते हैं और बाकी सभी मापदंडों पर गौर करते हैं. अगर आप सभी मापदंडों पर खरे उतरते हैं, तो बैंक आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ा देते हैं. इसके अलावा आप नए, अपग्रेड कार्ड के लिए भी आवेदन कर सकते हैं.