State Bank of India Personal Loan: भारतीय रिजर्व बैंक ने आज लगातार तीसरी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी का ऐलान किया है. आरबीआई ने आज रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है. इस ताजा बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 4.90 फीसदी से बढ़कर 5.40 फीसदी हो गया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा रेपो रेट बढ़ाए जाने के बाद अब देश के तमाम बैंक धीरे-धीरे अपने सभी लोन महंगे कर देंगे, जिससे आपकी जेब पर ईएमआई का बोझ बढ़ जाएगा. यहां हम आपको बताएंगे कि बैंकों द्वारा पर्सनल लोन की ब्याज दरें बढ़ाने के बाद आपकी ईएमआई पर कितना असर पड़ेगा और इसकी चुकौती कितनी चुनौतीपूर्ण हो जाएगी?

क्या है SBI के पर्सलन लोन की ब्याज दरें

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भारत का सबसे बड़ा बैंक- SBI, अभी 10.10 से 14.60 फीसदी की ब्याज दरों पर पर्सलन लोन देता है. केंद्रीय बैंक द्वारा रेपो रेट बढ़ाए जाने के बाद यदि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी पर्सनल लोन की ब्याज दरों (Interest Rate) में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी करता है तो ये ब्याज दरें 10.10 से 14.60 फीसदी से बढ़कर 10.60 से 15.10 फीसदी तक हो जाएंगी.

ब्याज दरें बढ़ने के बाद कितनी हो जाएगी EMI

अब मान लीजिए अगर भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) से 10.60 की ब्याज दर से 12 महीने की अवधि के लिए 50 हजार रुपये का पर्सलन लोन लेते हैं तो सबसे पहले आपको 1.50 फीसदी का प्रोसेसिंग फीस देना होगा, जो 750 रुपये तक का होगा. इसके बाद आपके इस पर्सलन लोग की ईएमआई 4410 रुपये बनेगी. इस हिसाब से आपको लोन खत्म होने तक कुल 53,667 रुपये चुकाने होंगे, इनमें 50 हजार रुपये लोन अमाउंट, 2917 रुपये ब्याज और 750 रुपये प्रोसेसिंग फीस शामिल होगी.

नई ब्याज दरें लागू होने के बाद कितनी बढ़ जाएगी ईएमआई

अगर इसी पर्सलन लोन को 10.10 फीसदी की ब्याज दर के साथ कैलकुलेट करें तो इस लिहाज से आपकी ईएमआई (EMI) 4398 रुपये बनती है. यानी पहले के मुकाबले अब आपको पर्सलन लोन पर हम महीने 12 रुपये एक्स्ट्रा देने होंगे और लोन खत्म होने तक आपको 140 रुपये एक्स्ट्रा देने होंगे. बताते चलें कि रिजर्व बैंक ने इससे पहले मई और जून में भी रेपो रेट की दरों में बढ़ोतरी की थी.