Home loan EMI Calculator: होम लोन लिया है तो आरबीआई ने आपको एक बार फिर झटका दिया. आपकी जेब पर फिर महंगे कर्ज का बोझ बढ़ गया है. रिजर्व बैंक ने मॉनटरी पॉलिसी में रेपो रेट को 25 बेसिस प्वाइंट यानि 0.25% बढ़ा दिया है. अब बैंक भी अपनी होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन की ब्याज दरों में इजाफा करेंगे. ये लगातार छठी बार रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. इससे पहले आरबीआई ने 2022 में 5 बार मॉनिटरी पॉलिसी की बैठकों के बाद रेपो रेट बढ़ाया है. 10 महीनों में आरबीआई ने रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 6.50% कर दिया है.

रेपो रेट बढ़ने से क्या होगा असर?

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RBI के फैसले के बाद बैंक और हाउसिंग फाइनैंस कंपनियां होम लोन की ब्याज दरों (Home Loan Interest Rate) की ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे. इससे आपके लोन की EMI भी महंगी होगी. रेपो रेट लिंक्ड होम लोन पर मौजूदा ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी होगी.

25 लाख रुपए के Home Loan पर कितनी बढ़ेगी EMI?

मान लीजिए SBI से 20 साल के लिए 25 लाख रुपए का होम लोन लिया. इस पर बैंक ने 8.60% का ब्याज मांगा. इस हिसाब से आपकी EMI 21,854 रुपए बनेगी. अब समझिए आज के ऐलान के बाद क्या चेंज आएगा. रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा हुआ. अब ब्याज 8.85% हो जाएगी. EMI होगी 22,253 रुपए. मतलब 399 रुपए ज्यादा EMI चुकानी होगी. पूरे साल में आपको EMI पर 4,788 रुपए ज्यादा अदा करने होंगे.

40 लाख रुपए के होम लोन पर कितनी बढ़ेगी EMI?

अब 40 लाख रुपए के होम पर कैलकुलेशन समझते हैं. 20 साल का टेन्योर है. ब्याज दर 8.60% है. फिलहाल EMI बनेगी 34,967 रुपए. लेकिन, रेपो रेट में इजाफे के बाद ब्याज दर में 25 बेसिस प्वाइंट ज्यादा होगा. मतलब 8.85% की से ब्याज का भुगतान होगा. इस पर EMI 35,604 रुपए बनेगी. मतलब हर महीने 637 रुपए ज्यादा चुकाने होंगे. वहीं, सालाना में EMI पर 7,644 रुपए ज्यादा भरने होंगे.

50 लाख के होम लोन पर कितनी बढ़ेगी EMI?

अब 50 लाख रुपए के होम लोन पर कैलकुलेशन समझिए. 50 लाख रुपए, 20 साल के लिए 8.60% पर लिए हैं. आपकी EMI 43,708 रुपए बनेगी. लेकिन, RBI के रेपो रेट बढ़ाने के बाद ब्याज दर बढ़कर 8.85% होगी. ऐसे में EMI 44505 रुपए होगी. अब हर महीने EMI पर 797 रुपए बढ़ जाएंगे. सालाना EMI में 9564 रुपए का अंतर आएगा.

महंगी EMI से राहत की भी उम्मीद

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास का मानना है कि आने वाले सीजन में इकोनॉमी और महंगाई के लिए कुछ अच्छे संकेत हैं. इससे इशारा मिल रहा है कि आने वाली मॉनटरी पॉलिसी में ब्याज दरों को स्थिर रखा जा सकता है. साथ ही अगर अगली दो तिमाही ठीक रहती हैं तो ब्याज दरों को नीचे भी लाया जा सकता है. आरबीआई का मानना है कि खुदरा महंगाई दर में कमी आएगी. उन्होंने अगले वित्त वर्ष में महंगाई दर 5.3 फीसदी के करीब लाने का लक्ष्य है. अगर ऐसा हुआ आने वाले महीनों में EMI में कुछ राहत संभव है.