Home Loan EMI and Interest: आज के समय में ज्‍यादातर लोग होम लोन लेकर प्रॉपर्टी खरीदते हैं. होम लोन की रकम ज्‍यादातर बड़ी होती है, इसलिए इसे चुकाने की अवधि भी 30 साल तक की हो सकती है. जितनी लंबी अवधि का लोन होगा, EMI उतनी छोटी होगी. तमाम लोग जो बड़ी रकम ईएमआई के तौर पर नहीं दे सकते वो अधिकतर लंबी अवधि के लिए लोन लेते हैं. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि लंबे टेन्‍योर के लोन के लिए आपको कितना ब्‍याज चुकाना पड़ता है? यहां कैलकुलेशन से समझिए 15, 20, 25 और 30 सालों के लिए अगर आप 30 लाख का होम लोन SBI से लेते हैं तो आपकी ईएमआई कितनी होगी और आपको ब्‍याज कितना चुकाना पड़ेगा.

15 साल के लिए लोन लेने पर 

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अगर आप 15 सालों के लिए 30 लाख रुपए का होम लोन लेते हैं और इस पर मौजूदा ब्‍याज दर के हिसाब से 9.55% ब्‍याज लगाया जाता है तो आपकी मासिक ईएमआई 31417 रुपए होगी. इस EMI को लगातार आप 15 सालों तक चुकाएंगे. लोन की रकम पर 26,55,117 रुपए यानी करीब 50 लाख रुपए आपको ब्‍याज के तौर पर चुकाना होगा और प्रिंसिपल अमाउंट मिलाकर कुल 56,55,117 रुपए चुकाने होंगे.

20 साल के लिए लोन लेने पर 

अगर आप 30 लाख रुपए का लोन 20 सालों के लिए लेते हैं तो 9.55% ब्‍याज के हिसाब से ईएमआई 28,062 रुपए होगी. 20 सालों में आपको इस रकम के लिए 37,34,871 रुपए चुकाने होंगे. ऐसे में आपको प्रिंसिपल अमाउंट और ब्‍याज को मिलाकर कुल 67,34,871 रुपए चुकाने होंगे, जो कि लोन की रकम से दोगुने से भी ज्‍यादा हैं.

25 साल के लोन कितना ब्‍याज

अगर आप 30,00,000 रुपए का कर्ज 25 सालों के लिए लेते हैं तो EMI तो छोटी हो जाएगी, लेकिन ब्‍याज बढ़ जाएगा. ऐसे में आपको 9.55% ब्‍याज दर के हिसाब से 26,315 रुपए मासिक ईएमआई देनी होगी और 48,94,574 रुपए ब्‍याज के तौर पर चुकाने होंगे.  प्रिंसिपल अमाउंट और ब्‍याज को मिलाकर कुल 78,94,574 रुपए चुकाने होंगे. 

30 साल के लोन पर जानिए कैलकुलेशन

अगर 30,00,000 के लोन को 30 सालों के लिए लिया जाए तो EMI घटकर 25,335 रुपए रह जाएगी. लेकिन 9.55 फीसदी ब्‍याज के हिसाब से 30 सालों में आपको 61,20,651 रुपए ब्‍याज के तौर पर देने होंगे. इसमें प्रिंसिपल अमाउंट को भी मिला दिया जाए तो आप कुल मिलाकर 91,20,651 रुपए 30 सालों में चुकाएंगे, जो आपके लोन की रकम का तीन गुना होगा. 

कैसे कम करें ब्‍याज का बोझ

अगर आपको ब्‍याज के इस बोझ को कम करना है तो पहली कोशिश ये करें कि आप बैंक से लोन कम से कम लेने का प्रयास करें. लोन का अमाउंट उतना ही रखें जिसे आप छोटी अवधि में लौटा सकें. छोटी अवधि में छोटी रखने से ईएमआई बड़ी हो सकती है, लेकिन बैंक को बहुत ब्‍याज नहीं देना होगा. इसके अलावा लोन को जल्‍दी खत्‍म करने का प्रयास करें. इसका तरीका है प्री-पेमेंट. इसके जरिए लोन को जल्‍दी चुकता करने में मदद मिलती है, साथ ही आप ब्‍याज में दी जाने जाने वाली लाखों की रकम को बचा सकते हैं. प्री-पेमेंट की रकम आपके मूलधन में से घटा दी जाती है. इससे आपका मूलधन कम होता है और इसका असर आपकी ईएमआई पर भी पड़ता है. इसका सबसे अच्‍छा तरीका है कि जब भी आपके पास कहीं से इकट्ठे पैसे आएं तो आप उसे होम लोन के खाते में जमा करते रहें.