सोने को धन माना जाता है क्‍योंकि मुश्किल समय में ये आपको बहुत बड़ी आर्थिक मदद दे सकता है. कई बार ऐसी स्थितियां आती हैं, जब आपको एक साथ काफी धन की जरूरत पड़ जाती है और सेविंग्‍स भी कम पड़ जाती है. इमरजेंसी की इस स्थिति में घर में रखा सोना आपके काम आता है. ऐसी तमाम संस्‍थाएं हैं जो आपको आपकी इस कीमती धातु के बदले में लोन उपलब्‍ध करवाती हैं. आइए आपको बताते हैं किन हालातों में गोल्‍ड लोन लेना सही डिसीजन हो सकता है और इसके फायदे क्‍या हैं.

गंभीर बीमारी की स्थिति में

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अगर परिवार के किसी सदस्‍य को गंभीर बीमारी हो जाए, तो बेतहाशा पैसा खर्च हो जाता है. हालांकि समझदारी इसमें है कि हम पहले से इन स्थितियों के लिए खुद को तैयार रखें. हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी लें और थोड़ा इमरजेंसी फंड अपने पास रखें. लेकिन जब इनसे भी काम न चले, तो आप आखिरी ऑप्‍शन के तौर पर घर में रखे गोल्‍ड के बदले कर्ज लेने का विकल्‍प चुन सकते हैं और हॉस्पिटल के खर्च को इससे पूरा कर सकते हैं क्‍योंकि किसी भी चीज की कीमत आपके परिवार के व्‍यक्ति से ज्‍यादा नहीं हो सकती.

शादी के खर्च

शादी में अच्‍छा खासा खर्च हो जाता है. कई बार तो दूसरों से उधार लेने की जरूरत पड़ जाती है. इस स्थिति में आप घर में रखे सोने का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. दूसरे लोन की तुलना में गोल्‍ड लोन का प्रोसेस थोड़ा आसान होता है. कम दौड़-भाग और कम कागजी कार्यवाही के साथ ये आसानी से मिल जाता है.

हायर एजुकेशन

अगर आपका बच्‍चा या आप हायर एजुकेशन के लिए बाहर जा रहे हैं और एजुकेशन लोन किसी कारण से नहीं मिल पा रहा है, तो सेकंड ऑप्‍शन के तौर पर आप गोल्‍ड लोन का विकल्‍प चुन सकते हैं. 

गोल्‍ड लोन के फायदे

  • दूसरे तमाम लोन की तुलना में गोल्ड लोन के लिए क्राइटेरिया काफी आसान होता है. क्रेडिट स्‍कोर वगैरह इसमें बहुत मायने नहीं रखता क्‍योंकि आपको लोन की राशि आपके गोल्‍ड के मूल्‍य के हिसाब से दी जाती है.
  • इमरजेंसी के समय में आपको तुरंत पैसों की जरूरत होती है, ऐसे में गोल्‍ड लोन आपके लिए मददगार है क्‍योंकि ये शॉर्ट नोटिस पर भी मिल जाता है.
  • अनसिक्योर्ड लोन जैसे पर्सनल लोन, प्रॉपर्टी लोन, कॉर्पोरेट लोन की तुलना में गोल्ड लोन सस्‍ता पड़ता है. 
  • गोल्ड लोन की स्थिति में बॉरोअर को लोन चुकाने के लिए फ्लेक्सिबल रिपेमेंट ऑप्शन दिए जाते हैं.  

ध्‍यान रहे ये बात

गोल्‍ड लोन लेने के लिए उम्र 18 साल से 75 साल के बीच होनी चाहिए. कोलैटरल के तौर पर रखे जाने वाले गोल्ड की शुद्धता 18 कैरेट या इससे ज्‍यादा होनी चाहिए. गोल्‍ड लोन के मामले में एक बात और गौर फरमाने वाली है, वो ये कि अगर आप तय समय में गोल्‍ड लोन नहीं चुका पाते हैं तो कर्ज देने वाली संस्‍था आपके गिरवी रखे सोने को बेचने का अधिकार रखती है. इसके अलावा सोने की कीमत कम होने पर कर्जदाता आपसे अतिरिक्त सोना गिरवी रखने के लिए भी कह सकता है.

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