अगली मॉनेटरी पॉलिसी में और 0.35% बढ़ सकता है रेपो रेट, 6.25% पहुंच सकती है दर, फिर लगेगा ब्रेक!
Repo rate hike: एमपीसी ने हाल ही में रेपो रेट को 50 बीपीएस बढ़ाकर 5.90 फीसदी कर दिया था. हालिया वृद्धि के साथ ब्याज दरों (repo rate) में अबतक 1.9 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है.
Repo rate hike: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) दिसंबर 2022 में रेपो दर (repo rate) को 35 बेसिस प्वॉइंट (0.35%) बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत कर सकती है.इसके बाद फिर पॉज बटन दबाने की उम्मीद है. न्यूज एजेंसी IANS के मुताबिक, कोटक ने एक रिपोर्ट में यह बात कही. रिपोर्ट में कहा गया है कि हम उम्मीद करते हैं कि दिसंबर की नीति में रेपो दर में 35 बीपीएस की वृद्धि होगी और दर 6.25 प्रतिशत होगी और फिर रुक जाएगी. अगली कुछ नीतियों के माध्यम से, आरबीआई (RBI)आकलन करेगा. एमपीसी ने हाल ही में रेपो रेट (current repo rate) को 50 बीपीएस बढ़ाकर 5.90 फीसदी कर दिया था.
आरबीआई एमपीसी इन बातों का करेगा आकलन
खबर के मुताबिक, कोटक का कहना है कि आरबीआई (RBI) अगली दो मॉनेटरी पॉलिसी के जरिये आकलन करेगा. इसमें इन बातों पर भी फोकस होगा कि फेडरल रिजर्व से दर में बढ़ोतरी का क्या ट्रेंड होगा. मुद्रास्फीति यानी महंगाई जो 6 प्रतिशत से नीचे वापस लौटने की उम्मीद है, इस पर भी विचार किया जाएगा और विकास-मुद्रास्फीति की गतिशीलता पर मौद्रिक सख्ती कितनी जरूरी होगी और भू-राजनीतिक जोखिम कितना होगा, इन सब बातों पर आरबीआई एमपीसी विचार कर रेपो रेट (Repo rate hike) को लेकर अपना आकलन करेगी.
कर्ज और हो सकता है महंगा
खबर के मुताबिक, आम लोगों को अभी आगे भी महंगा कर्ज लेने के लिए तैयार रहना पड़ सकता है. जाहिर है रेपो रेट (repo rate) में फिर इजाफा (Repo rate hike) होने पर बैंक या दूसरे वित्तीय संस्थान होम लोन, ऑटो लोन या पर्सनल लोन पर ब्याज दरों में इजाफा करेंगे. ऐसे में आम लोगों यानी कस्टमर्स की मासिक किस्त में और इजाफा होने की उम्मीद है. हाल के कुछ महीनों में आरबीआई एमपीसी ने रेपो रेट में लगातार इजाफा किया है, जिससे बैंकों से कर्ज लेना महंगा हो चुका है.
रियल एस्टेट सेक्टर को है चिंता
रियल एस्टेट कारोबारियों के एक निकाय का कहना है कि ब्याज दरों में और बढ़ोतरी का रियल एस्टेट सेक्टर पर बुरा असर पड़ेगा. क्रेडाई (पश्चिम बंगाल) के अध्यक्ष सुशील मोहता ने कहा कि हमारा अनुमान था कि दरों में 2% तक की वृद्धि दिसंबर तक होगी, लेकिन 0.50 प्रतिशत की हालिया वृद्धि के साथ ब्याज दरों (repo rate) में अबतक 1.9 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में दरों में और बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा योगदान देने वाले रियल एस्टेट क्षेत्र के पुनरुद्धार पर रोक लगा देगी.