डिजिटल करेंसी की भारत में फिलहाल कोई गुंजाइश नहीं, RBI ने साफ किया इनकार
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दुनिया भर में सरकारें तथा केंद्रीय बैंक निजी डिजिटल मुद्रा के खिलाफ हैं, क्योंकि मुद्रा जारी करने का अधिकार सरकारी एजेंसी के पास है.
बिटकॉइन (Bitcoin) या क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) जैसी डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार और साफ कर दिया है कि इस तरह की किसी भी आभासी मुद्रा के चलन को भारत में मंजूरी नहीं दी जाएगी. क्रिप्टो करेंसी के चलन पर सरकार ने इस साल जुलाई में रोक लगा दी थी. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि डिजिटल करेंसी पर अभी स्टडी की जा रही है. इस पर अभी कुछ कहना या कोई कदम उठाना जल्दबाजी होगी.
गुरुवार को आरबीआई (RBI) की क्रेडिट पॉलिसी की जारी करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor) ने कहा कि दुनिया भर में सरकारें तथा केंद्रीय बैंक निजी डिजिटल मुद्रा के खिलाफ हैं, क्योंकि मुद्रा जारी करने का अधिकार सरकारी एजेंसी के पास है.
उन्होंने कहा कि अन्य देशों की सरकारों तथा केंद्रीय बैंकों के साथ सरकारी डिजिटल मुद्रा के बारे में चर्चाएं हुई हैं, लेकिन अभी इस बारे में कुछ कह पाना जल्दीबाजी होगी.
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उन्होंने कहा कि जब पर्याप्त सुरक्षा के साथ प्रौद्योगिकी और विकसित हो जाएगी, मुझे लगता है कि यह ऐसा क्षेत्र है जिसके ऊपर सही समय आने पर रिजर्व बैंक निश्चित रूप से गौर करेगा.