Cyber Fraud: कोरोना काल के दौरान देश दुनिया भर में "वर्क फ्रॉम होम" का चलन बढ़ा है. साथ ही इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग करने वाले उपभोगताओं की संख्या में भी कई गुना इजाफा देखने मिला है. इंटरनेट हमारे काम को रफ्तार देने के लिए अहम भूमिका निभाता है लेकिन इंटरनेट पर मौजूद साइबर अपराधी आम लोगों के लिए बड़ा सरदर्द बनते जा रहे हैं. यह अपराधी नागरिकों को ठगने के एक से बढ़कर एक शातिर तरीके अपनाते हैं और भोले भाले लोगों को लाखों की चपत लगाते हैं.

हो गई 8 लाख की ठगी

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हाल ही में मुंबई से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां वर्क फ्रॉम होम से आसानी से कमाई का लालच देकर एक व्यक्ति से ₹8 लाख से भी अधिक की ठगी की गई है. दरअसल मुंबई के रहने वाले आदित्य (बदला हुआ नाम) को कुछ दिनों पहले उनके व्हाट्सएप नंबर पर एक संदेश प्राप्त होता है जिसमें घर बैठे आसानी से पैसे कमाने की बात कही जाती है. यह काम महज इतना की उन्हें दिए गए यूट्यूब लिंक को उन्हें लाइक और सब्सक्राइब करना है और इसके लिए उन्हें 50 से 100 रुपए दिए जाएंगे. यानी घर बैठे कुछ ही घंटों में हजारों कमाने का मौका.

कैसे लुट गए पैसे

संदेश प्राप्त होने पर आदित्य ने इसे कमाई का एक अच्छा अवसर मानते हुए अपना काम शुरू किया. शुरुआत में उन्हें वादे अनुसार कुछ रुपए दिए गए. लेकिन ठगी का असली खेल इसके कुछ दिनों बाद शुरू हुआ जब आदित्य को प्रीपेड टास्क से और कमाई का लालच दिया गया. इस टास्क में उन्हें अपनी जेब से कुछ पैसे ट्रांसफर करने पड़ते हैं और फिर रकम को बढ़ाकर उन्हें लौटा दिया जाता है. मसलन हजार रुपए देने पर उन्हें 1200 रुपए मिलते. धीरे धीरे यह रकम भी बढ़ती गई और हजार से शुरू हुए रकम 50 हजार और दो लाख तक बढ़ गई. और अंत में यह रकम 8 लाख पहुंच गई लेकिन इसके बाद ठगों द्वारा किया गया वादा पूरा नहीं किया गया और पैसे आदित्य के पास वापस नहीं लौटे.

करोड़ों का है मामला

लाखों लूट जाने के बाद आदित्य को पता चला की वे साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं जिसके बाद उन्होंने मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. जिसकी जांच में अब पुलिस जुट चुकी है. अब तक की जांच में पुलिस को पता चला है की आदित्य इकलौते ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जिनके साथ इस तरह का साइबर फ्रॉड हुआ है. देश के कई राज्यों में इसी तरह की ठगी को अंजाम दिया गया है जहां ठगी गई रकम करोड़ों में पहुंच चुकी है. हैरानी की बात है की इन अपराधियों के कई बड़े नामी बैंकों में अकाउंट हैं जिन्हें यह ठगी के लिए इस्तमाल करते हैं.

महाराष्ट्र साइबर पुलिस के एसपी संजय सिंत्रे बताते हैं की आज अकेले भारत देश में इंटरनेट उपभोगताओं की संख्या 80 करोड़ से अधिक है. साथ कोरोना के चलते कई सारे लोगों ने अपनी नौकरी भी गवा दी है और वर्क फ्रॉम होम कल्चर को लेकर अवगत हैं ऐसे में साइबर अपराधी इन सभी मुद्दों को देखते हुए इस नए तरीके का इस्तमाल कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है की इन बहनों से लोगों को आसानी से झांसे में लाया जा सकता है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें