लोन के लिए क्रेडिट स्‍कोर का बेहतर होना कितना जरूरी होता है, ये हम सभी जानते हैं. अगर आपका क्रेडिट स्‍कोर अच्‍छा होगा तो आपको लोन भी बेहतर दरों पर और आसानी से मिल जाएगा. वहीं खराब क्रेडिट स्‍कोर से आपके लिए लोन लेने में समस्‍या पैदा होगी और अगर लोन मिलता भी है तो वो बहुत महंगे ब्‍याज दर के साथ मिलेगा. 

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आमतौर पर लोग खराब क्रेडिट स्‍कोर की वजह खराब Loan Payment History को मानते हैं. ये सच है कि आपकी लोन रीपेमेंट हिस्‍ट्री सिबिल स्‍कोर बिगड़ने की बड़ी वजह होती है, लेकिन इसके अलावा भी तमाम ऐसे फैक्‍टर्स हैं, जो आपके सिबिल स्‍कोर को प्रभावित करते हैं. CUR भी इनमें से एक है. जानिए क्‍या होता है CUR और ये कैसे आपके क्रेडिट स्‍कोर को प्रभावित करता है.

क्‍या होता है CUR?

CUR यानी Credit Utilization Ratio, इसका मतलब है कि आपके क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की जो लिमिट है, उसमें से कितने फीसदी का आप इस्‍तेमाल करते हैं. आप जितना ज्‍यादा प्रतिशत अमाउंट इस्‍तेमाल करेंगे, उतना ही ज्‍यादा आपका CUR होगा. उदाहरण के लिए अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर कुल क्रेडिट सीमा 100,000 रुपए है, लेकिन आपने 50,000 रुपए इसमें से खर्च किए हैं तो आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 50% होगा. 

CUR कैसे डालता है क्रेडिट स्‍कोर पर असर

क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 30% से ज्‍यादा नहीं होना चाहिए. अगर आप किसी महीने में 30% से अधिक खर्च करते हैं, तो इतनी परेशानी की बात नहीं, लेकिन अगर आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो लगातार 30% से अधिक रहता है, तो इससे बैंक को ये मैसेज जाता है कि आपकी इनकम इतनी नहीं है जिससे आपकी जरूरतें पूरी हो सकें और इसके कारण आपकी निर्भरता क्रेडिट कार्ड पर ज्‍यादा है. इससे आपका क्रेडिट स्‍कोर बिगड़ सकता है. इसे बेहतर बनाए रखने के लिए आप अपने क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 30% से ज्‍यादा किसी भी हाल में न होने दें.