अब देश में 4 बड़े पब्लिक सेक्‍टर बैंक (PSB) होंगे. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 10 बड़े पीएसयू बैंकों के मर्जर समेत कई प्रस्तावों को मंजूरी दी. इन प्रस्तावों में कंपनीज एक्ट में संशोधन, 10 पीएसयू बैंकों को मिलाकर 4 बैंक बनाने और एयर इंडिया के विनिवेश के लिए विदेशी निवेश नीति में बदलाव जैसे प्रस्ताव शामिल हैं. कैबिनेट की मंजूरी मिलने का फैसला 1 अप्रैल से प्रभावी होगा.

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय कर चार बड़े बैंक बनाने का काम जारी है. उन्होंने कहा कि विलय एक अप्रैल 2020 से प्रभाव में आ जायेगा.

बता दें कि यूनाइडेट बैंक ऑफ इंडिया (United Bank of India) और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (Oriental Bank of Commerce) का विलय पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) में किया गया है. इस विलय के बाद यह सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है.

सिंडीकेट बैंक (Syndicate bank) का केनरा बैंक (Canara Bank) के साथ मर्जर हुआ है, जबकि इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) का मर्जर इंडियन बैंक (Indian Bank) में हुआ है. इसी तरह आंध्रा बैंक (Andhra Bank) और कॉरपोरेशन बैंक (Corporation Bank) को यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया में मिलाया गया है. 

सरकार देश के तीन बैंकों- बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक का विलय किया गया है. इन तीनों बैंकों के विलय के बाद बनने वाला बैंक देश का तीसरा सहसे बड़ा बैंक हो गया है. 

अप्रैल, 2017 में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में 5 सहायक बैंकों- स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद तथा भारतीय महिला बैंक का विलय हुआ था.