क्‍या आपने FD में निवेश किया है? अगर बैंक के बजाय किसी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (HFC) में निवेश किया है तो यह खबर आपके काम की है. होम लोन मुहैया कराने वाली एचएफसी (Housing Finance Company) DHFL ने 21 मई से ग्राहकों के अपने यहां कराई FD में जमा रकम निकालने पर पाबंदी लगा दी है. साथ ही कंपनी नए FD भी नहीं कर रही है और न ही पुराने को रीन्‍यू कर रही है. ग्राहक को रकम तभी निकालने की छूट होगी जब कोई मेडिकल इमरजेंसी हो.

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क्‍यों लगाई रोक

DHFL प्रबंधन का कहना है कि यह रोक नकदी संकट खत्‍म करने के लिए लगाई गई है. ब्‍लूमबर्ग की खबर के मुताबिक 4 दिन पहले रेटिंग एजेंसी केयर ने DHFL के 20 हजार करोड़ रुपए के FD कार्यक्रम की रेटिंग घटा दी थी. इसे A से घटाकर BBB कर दिया था. A रेटिंग के मायने हैं लो क्रेडिट रिस्‍क जबकि BBB रेटिंग के मायने हैं मॉडरेट क्रेडिट रिस्‍क. इसके बाद कंपनी ने अपने ग्राहकों को ईमेल भेजकर इस बारे में सूचित किया है. कंपनी के प्रवक्‍ता की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है.

18 कंपनियां कर रहीं FD

नेशनल हाउसिंग बैंक का कहना है कि DHFL समेत 18 हाउसिंग फाइनेंस कंपनी को पब्लिक जमा अपने पास रखने की मंजूरी मिली है. मार्च 2018 तक इन कंपनियों ने FD से 1.22 लाख करोड़ रुपए जुटा रखे हैं. यह बात RBI की रिपोर्ट में सामने आई थी.

क्‍या कहता है RBI

RBI के मुताबिक 89 NBFC को आम लोगों से FD के नाम पर धन जुटाने का लाइसेंस मिला है. सितंबर 2018 तक इन कंपनियों ने 32600 करोड़ रुपए जुटा रखे थे. दूसरी तरफ, CARE रेटिंग के आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च 2019 तक बैंकों ने 2.23 लाख करोड़ रुपए FD के रूप में जुटाए हैं. 

FD बाजार पर असर

जानकारों का कहना है कि DHFL ने प्रीमेच्‍योर FD से रकम निकासी रोक रखी है और न ही वह रीन्‍यूवल कर रही है, इससे FD बाजार पर बुरा असर पड़ेगा. लोग हाउंसिंग फाइनेंस कंपनियों और NBFC में FD योजना में पैसा लगाने से बचेंगे. इससे उन कंपनियों को अपना बिजनेस चलाने में भी दिक्‍कत होगी.