1 अप्रैल से बदल सकता है बैंकों के खुलने-बंद होने का समय, मिल सकती है शनिवार की छुट्टी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कोरोना के चलते बैंकों में कामकाज काफी प्रभावित हुआ है. साथ ही वायरस के खतरे को देखते हुए बैंक कर्मचारियों की सेहत का भी ख्याल रखना जरूरी है.
1 अप्रैल से बैंकिंग व्यवस्था में बड़ा बदलाव हो सकता है. कोरोना वायरस के चलते बैंकों के खुलने बंद होने का समय भी बदला जा सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कोरोना के चलते बैंकों में कामकाज काफी प्रभावित हुआ है. साथ ही वायरस के खतरे को देखते हुए बैंक कर्मचारियों की सेहत का भी ख्याल रखना जरूरी है. इसलिए आने वाले दिनों में अगर कोरोना का खतरा बढ़ता है तो बैंक के टाइमिंग को लेकर बड़ा बदलाव हो सकता है. वित्त मंत्रालय की तरफ से आरबीआई को इस प्रस्ताव पर चर्चा करने को कहा है. वहीं, बैंकों से भी बिजनेस प्लान मांगा गया है.
क्या है बिजनेस प्लान?
सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने बैंकों से बिजनेस प्लान मांगा है. इस प्लान में बैंकिंग के समय को कम किया जा सकता है. मतलब अगर अभी बैंक 8 घंटे खुलते हैं तो हो सकता है 1 अप्रैल से सिर्फ 6 घंटे या 5 घंटे की बैंकिंग रखी जाएगी. इसके अलावा बैंकों से अलग-अलग टीम तैयार करने को कहा है, जो बैंकिंग के टाइमिंग के हिसाब से काम करेंगी. इसे रोटेशनल बेसिस पर रखा जाएगा. मसलन एक दिन कोई और टीम काम करेगी तो दूसरे दिन कोई दूसरी टीम.
PMO को सौंपी गई रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय की तरफ से PMO को भी बैंकिंग में बदलाव संबंधी एक रिपोर्ट सौंपी गई है. इस रिपोर्ट में कोरोना वायरस के खतरे का हवाला दिया गया है. बैंकिंग के टाइमिंग में बदलाव पर PMO से भी हरी झंडी मिल चुकी है. फिलहाल, मामला रिजर्व बैंक के पास विचाराधीन है. जल्द हो सकता है कि रिजर्व बैंक बैंकिंग के टाइमिंग का ऐलान कर दे.
शनिवार को मिल सकती है छुट्टी
बैंकों के टाइमिंग में बदलाव के अलावा महीने के चारों शनिवार को बैंकों की छुट्टी की जा सकती है. हालांकि, यह व्यवस्था कुछ समय के लिए ही होगी. कोरोना वायरस का खतरा देखते हुए शनिवार को बैंक ऑपरेशंस बंद करने की सिफारिश की गई है. हालांकि, बैंक कर्मचारी यूनियन लंबे समय से 5 वर्किंग डे की डिमांड कर रही है. लेकिन, फिलहाल यह छूट सिर्फ कोरोना वायरस के हालात को देखते हुए दी जा सकती है.
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लोन चुकाने वालों को मिलेगी छूट
सूत्रों के मुताबिक, रिजर्व बैंक से सिर्फ बैंक टाइमिंग को लेकर ही चर्चा नहीं की गई है. लोन चुकाने में हो रही देरी को देखते हुए कई फैसले लिए जा सकते हैं. दरअसल, कोरोना वायरस के चलते कई कारोबार ठप पड़ गए हैं. कई सेक्टर्स ने तय समय पर अपना लोन नहीं चुकाने की छूट मांगी है. इस मांग को देखते हुए यह संभव है कि कोरोना की वजह से जिन सेक्टर्स को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है उन्हें लोन की किस्त चुकाने में छूट दी जाएगी. इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने भी NPA की समय सीमा बढ़ाने के प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया है. प्रभावित सेक्टर के लिए NPA की शर्तों में भी ढील दिए जाने का ऐलान भी जल्द हो सकता है.