इन तीन सरकारी बैंकों के मर्जर के बाद सरकार देगी नया नाम, बनेगा दूसरा सबसे बड़ा बैंक
Bank merger: नए बैंक की पहचान बनाने को लेकर प्रतीक चिह्न (लोगो) काफी महत्वपूर्ण है. इस बारे में तीनों सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (Government Banks) में हाई लेवल पर चर्चा हुई है.
Bank merger: केंद्र सरकार पंजाब नेशनल बैंक (PNB), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI) और ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स (OBC) के मर्जर के बाद बनने वाले नए बैंक के लिए नया नाम और प्रतीक चिह्न (लोगो) की घोषणा करेगी. बैंक के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. इन तीनों बैंकों के मर्जर भारतीय स्टेट बैंक के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा जिसका कुल व्यापार आकार 18 लाख करोड़ रुपये का होगा.यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार मर्जर के बाद बनने वाली नई इकाई के नए नाम और प्रतीक चिह्न की घोषणा करेगा. नए नाम के साथ बैंक 1 अप्रैल 2020 से ऑपरेशनल हो जाएगा.’
उसने कहा कि नए बैंक की पहचान बनाने को लेकर प्रतीक चिह्न (लोगो) काफी महत्वपूर्ण है. इस बारे में तीनों सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (Government Banks) में हाई लेवल पर चर्चा हुई है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, अधिकारी ने कहा कि तीनों बैंकों ने प्रक्रियाओं के मानकीकृत बनाने और तालमेल बैठाने को लेकर 34 समितियां बनाई थी.
समितियों ने संबंधित निदेशक मंडलों को अपनी रिपोर्ट पहले ही सौंप दी है. उसने कहा कि प्रमुख बैंक पीएनबी ने सलाह देने के लिए एक यूनिट नियुक्त किया है जो मानकीकरण और तालमेल बैठाने को लेकर निगरानी करेगा. इसमें मानव संसाधन (HR), साफ्टवेयर (software), प्रॉडक्ट और सर्विस से जुड़े मामले शामिल हैं.
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अधिकारी के अनुसार मर्जर के बाद बनने वाले नए बैंक में सभी को मिलाकर कर्मचारियों की संख्या एक लाख होगी. रिपोर्ट के मुताबिक, इन तीनों बैंकों को मिलाकर 17.95 लाख रुपये का कारोबार हो जाएगा और नया बैंक 11437 ब्रांच के साथ देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक कहलाएगा. सरकार ने पिछले साल इन तीनों बैंकों को करीब 16000 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराई है. बैंकों मर्जर को लेकर बीते साल 19 सितंबर को वित्त मंत्री ने मीटिंग भी की थी.