बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) सोमवार को देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन गया है. इसमें देना बैंक (Dena Bank) और विजया बैंक (Vijaya bank) का विलय हुआ है. इस मर्जर से ग्राहकों को कोई असुविधा नहीं होगी, ऐसा बॉब प्रबंधन का कहना है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बॉब ने ग्राहकों से कहा है कि उन्‍हें बैंकिंग में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी. फाइनेंशियल एक्‍सप्रेस की खबर के मुताबिक बैंक की खाता संख्‍या, पासबुक, चेक बुक, ATM कार्ड, क्रेडिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग सुविधा सुचारु रूप से मिलेगी.

बॉब बना दूसरा सबसे बड़ा बैंक

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में उसके सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक का विलय कर दिया गया था. विलय के बाद अब देशभर में बैंक ऑफ बड़ौदा की 9,500 शाखाएं, 13,400 एटीएम और 85,000 से अधिक कर्मचारी होंगे. बैंक अब 12 करोड़ से अधिक ग्राहकों को अपनी सेवाएं देगा. 

बैंक के पास 8.75 लाख करोड़ रुपये का जमा

विलय के बाद एकीकृत बैंक ने 15 लाख करोड़ रुपये की बैलेंस शीट के साथ काम करना शुरू किया है. बैंक के पास करीब 8.75 लाख करोड़ रुपये का जमा है. जबकि उसने 6.25 लाख करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया हुआ है.

शेयर आवंटन का काम पूरा

विलय की योजना के मुताबिक बैंक ऑफ बड़ौदा ने विजया और देना बैंक के शेयरधारकों को नये बैंक में शेयर आवंटन का काम पूरा कर लिया है. विजया बैंक को अपने हर 1,000 शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 शेयर और देना बैंक को 110 शेयर मिले हैं.

शेयर बाजार को दी जानकारी के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा ने सोमवार को इन शेयरों का आवंटन कर दिया. अब बैंक के पास गुजरात में 22 प्रतिशत, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में आठ से दस प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी होगी.

एजेंसी इनपुट के साथ