टर्की के इस्तांबुल में दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाया गया है. बुधवार से इस हवाईअड्डे से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू कर दी जाएंगी. यह हवाईअड्डा इतना बड़ा है कि सालाना उत्तर प्रदेश की पूरी आबादी के बराबर यात्री यहां से आ जा सकेंगे. 19 हजार एकड़ में फैले इस एयरपोर्ट से एक साल में 20 करोड़ से अधिक यात्री सफर कर सकेंगे. इस एयरपोर्ट से रोजाना 250 एयरलाइंस की 2 हजार फ्लाइट्स दुनिया के 350 से ज्यादा जगहों के लिए उड़ानें भरेंगी.

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इस एयरपोर्ट पर हैं ढेरों सुविधाएं

एयरपोर्ट की खासियत की बात करें तो यहां यात्रियों को ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की सुविधाएं मिलेंगी. यात्रियों को फ्लाइट तक पहुंचाने और एयरपोर्ट से बाहर आने के लिए 40 हजार एलईडी स्क्रीन लगाई गई है. एयरपोर्ट पर 53 हजार वर्ग मीटर में दुनिया का सबसे बड़ा टैक्स फ्री शॉपिंग कॉम्लेक्स भी तैयार हो रहा है. शॉपिंग के शौकीन मुसाफिरों के लिए यहां पर मैजिक मिरर एप है. इसके जरिए यात्रियों को शॉपिंग में कपड़े, घड़ी बिना पहने ही बता देगा की इन कपड़ों या घड़ी के साथ उनका लुक क्या होगा.

ट्यूलिप के आकार में बना है एटीसी टावर

काले सागर के किनारे बने इस्तांबुल के नए एयरपोर्ट की पहचान आने वाले दिनों में इसके ट्यूलिप के डिजाइन में तैयार किए गए एटीसी टॉवर के जरिए होगी. 88 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट के पहला फेज 10 सालों में 54 हजार करोड़ की लागत से तैयार हुआ है. एयरपोर्ट के पहले फेज का उद्घाटन टर्की के राष्ट्रपति Recep Tayyip Erdoğan ने किया. गोल्फ कार्ट पर सवार होकर राष्ट्रपति Erdogan 18 देशों के 50 से ज्यादा बड़े नेताओं के साथ पहुंचे.

आखिर इतना बड़ा एयरपोर्ट बनाने की जरूरत क्यों पड़ी

इस एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद टर्की को उम्मीद है कि उसकी अर्थवस्था में 5 फीसदी का इजाफा होगा. साथ ही टर्की मध्य-पूर्व और पश्चिम एशिया में संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE को टक्कर देते हुए खुद को एक सुपर पावर के तौर पर पेश करना चाहता है.