एयरपोर्ट बिजनेस में उतरेगा देश का सबसे बड़ा बिजनेस घराना, हवाई यात्रियों को होगा फायदा
देश के सबसे बड़े बिजनेस घराने टाटा समूह (Tata Group) के कंसोर्टियम ने GMR एयरपोर्ट्स लिमिटेड में 8000 करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है.
देश के सबसे बड़े बिजनेस घराने टाटा समूह (Tata Group) के कंसोर्टियम ने GMR एयरपोर्ट्स लिमिटेड में 8000 करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है. इससे समूह एयरपोर्ट बिजनेस में उतरेगा. समूह की योजना GMR एयरपोर्ट्स लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीदकर बिजनेस में उतरने की है. एक मीडिया रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है. टाटा समूह के एयरपोर्ट बिजनेस में आने से हवाई यात्रियों को भी सुविधाओं के रूप में फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
यूनिट शेयर खरीदेगा टाटा समूह
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, समूह 1000 करोड़ रुपए GMR एयरपोर्ट्स में लगाएगा और शेष 7000 करोड़ रुपए से एयरपोर्ट इकाई के यूनिट शेयर लेगा. GMR दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड का परिचालन कर रही है, जो एशिया का छठा सबसे बड़ा एयरपोर्ट है.
20 फीसदी होगी टाटा की हिस्सेदारी
इस सौदे के बाद टाटा समूह की एयरपोर्ट इकाई में 20 फीसदी की हिस्सेदारी हो जाएगी. इसमें टाटा कंसोर्टियम की हिस्सेदारी 25 फीसदी अलग से होगी. टाटा समूह की यह योजना उस समय सामने आई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पिछड़ व दूरदराज के गांव में एयरफील्ड विकसित करने की बात कही है. टाटा घरेलू रूट पर दो एयरलाइन का परिचालन करती है.
संपत्ति बेच रहा है GMR
जीएमआर के सामने भी मजबूरी है. उस पर 2.9 अरब डॉलर का लोन है, जिसे चुकाने के लिए वह अपनी परिसपंत्ति बेच रहा है. GMR की तरह GVK पॉवर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड मुंबई एयरपोर्ट का परिचालन संभालती है. GMR हैदराबाद और सेबु एयरपोर्ट का भी परिचालन संभालती है.