Financial Crisis झेल रही Spicejet ने 150 कर्मचारियों को 3 महीने की अवैतनिक छुट्टी पर भेजा, ये बताया कारण
वित्तीय संकट से जूझ रही स्पाइसजेट ने अपने 150 क्रू सदस्यों को तीन महीने के लिए अस्थायी रूप से अवैतनिक छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया है. इन छुट्टियों के दौरान कर्मचारियों को किसी तरह का वेतन नहीं दिया जाएगा.
वित्तीय संकट से जूझ रही स्पाइसजेट ने अपने 150 क्रू सदस्यों को तीन महीने के लिए अस्थायी रूप से अवैतनिक छुट्टी (Leave Without Pay) पर भेजने का फैसला लिया है. एयरलाइन ने गुरुवार को इसकी घोषणा की. इस बीच कर्मचारियों को वेतन भी नहीं भी नहीं दिया जाएगा. इस फैसले को लेकर एयरलाइन की ओर से कहा गया है कि स्पाइसजेट के इस फैसले के पीछे का कारण है कि एयरलाइन अपनी वित्तीय स्थिति को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाने पर विचार कर रही है.
स्पाइसजेट की ओर से ये कहा गया
इस फैसले को लेकर स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि स्पाइसजेट ने 150 केबिन क्रू सदस्यों को तीन महीने के लिए अस्थायी रूप से छुट्टी पर भेजने का कठिन निर्णय लिया है. यह कदम मौजूदा कम यात्रा सीजन और बेड़े के आकार में कमी के जवाब में उठाया गया है, जिसमें संगठन की दीर्घकालिक स्थिरता को ध्यान में रखा गया है. हम अपने क्रू सदस्यों के योगदान को बहुत महत्व देते हैं. इस छुट्टी अवधि के दौरान, वे स्पाइसजेट के कर्मचारियों के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखेंगे, साथ ही उन्हें सभी स्वास्थ्य लाभ और अर्जित अवकाश भी मिलेंगे. जैसा कि हम आगामी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के बाद अपने बेड़े को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं, हम अपने क्रू सदस्यों का सक्रिय ड्यूटी पर वापस स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं. हम इस अवधि के दौरान अपने कर्मचारियों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
DGCA ने अधिक निगरानी में रखने का किया फैसला
बता दें कि गुरुवार को ही विमानन नियामक डीजीसीए ने संकटग्रस्त स्पाइसजेट को अधिक निगरानी के दायरे में रखने का फैसला किया है. इसके तहत एयरलाइन के परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौके पर जांच और रात्रि निगरानी बढ़ाई जाएगी. स्पाइसजेट द्वारा उड़ानें रद्द किए जाने और वित्तीय दिक्कतों का सामना किए जाने की रिपोर्टों के आधार पर, डीजीसीए ने कहा कि उसने सात और आठ अगस्त को एयरलाइन की इंजीनियरिंग सुविधाओं का विशेष ऑडिट किया और ऑडिट के दौरान कुछ कमियां पाई गईं.
DGCA ने एक विज्ञप्ति में कहा, कि पिछले रिकॉर्ड और अगस्त 2024 में किए गए विशेष ऑडिट के मद्देनजर, स्पाइसजेट को एक बार फिर तत्काल प्रभाव से निगरानी के दायरे में रखा गया है. डीजीसीए ने कहा, इससे परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मौके पर जांच और रात्रि निगरानी की संख्या में वृद्धि की जायेगी.
नोट- कुछ इनपुट भाषा से लिया गया है.