• होम
  • तस्वीरें
  • देश भर में विमानों के बेहतर परिचालन के लिए दिल्ली में बनी एक खास इमारत, जानिए क्या है खूबी

देश भर में विमानों के बेहतर परिचालन के लिए दिल्ली में बनी एक खास इमारत, जानिए क्या है खूबी

उड़ानों के बेहतर प्रबंधन के लिए एयरपोर्ट एथॉरिटी ऑफ इंडिया ने वसंत कुंज में सेंट्रल एयर ट्रैफिक फ्लो मैनेजमेंट काम्पलेक्स बनाया है. शनिवार को केंद्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप पुरी ने इस नए सेंटर का उद्घाटन किया.
Updated on: June 23, 2019, 03.48 PM IST
1/4

केंद्रीय सिविल एविएशन मंत्री न किया उद्घाटन

सेंट्रल एयर ट्रैफिक फ्लो मैनेजमेंट काम्पलेक्स के जरिए देश भर में उड़ने वाली घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर नजर रखी जाएगी. इस केंद्र के जरिए यह भी देखा जा सकेगा कि देश में किसी एयरपोर्ट पर कंजेशन है और कितनी देर में कंजेशन खत्म होगा. वहीं किसी उड़ान को किसी अन्य एयरपोर्ट पर भेजने की जरूरत है तो वो भी इसके जरिए देखा जा सकेगा.

2/4

आसान होगा विमानों का परिचालन

हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार भारत का विमानन क्षेत्र दुनिया में सबसे अधिक तेजी से बढ़ रहा है. एक अनुमान में कहा गया है कि भारत को अगले 20 सालों में करीब 1600 और विमानों की जरूरत होगी. भारत सरकार की पहल से उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना आने वाले समय में विमानन क्षेत्र को और गति प्रदान करने वाला है. भारतीय विमानन क्षेत्र को अगले 20 साल में 224 अरब डॉलर मूल्य के विमान खरीदने की जरूरत होगी.

3/4

काफी उपयोगी साबित होगी ये इमारत

लगातार बढ़ती उड़ानों की संख्या को देखते हुए इनका प्रबंधन भी काफी महत्वपूर्ण होता जा रहा है. ऐसे में आने वाले समय में सेंट्रल एयर ट्रैफिक फ्लो मैनेजमेंट काम्पलेक्स विमानन क्षेत्र के लिए काफी उपयोगी साबित होगा.

4/4

देश में 2040 तक हवाई यात्रियों की संख्या करीब छह गुना बढ़ने की उम्मीद है

देश में 2040 तक हवाई यात्रियों की संख्या करीब छह गुना बढ़कर 1.1 अरब होने की उम्मीद है. वहीं, परिचालन वाले हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर करीब 200 हो सकती है. नागर विमानन मंत्रालय की ओर मंगलवार को जारी दस्तावेज से इसकी जानकारी मिली. वित्त वर्ष 2017-18 में भारत में हवाई यात्रियों की संख्या 18.7 करोड़ थी. जिन्होंने भारत से बाहर या फिर बाहर से भारत अथवा भारत के अंदर यात्रा की. वहीं भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण 125 से अधिक हवाईअड्डों का परिचालन करता है. भारत सातवां सबसे बड़ा विमानन बाजार है.