संकट से जूझ रही 25 साल पुरानी निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने सोमवार को अपने 16,000 कर्मचारियों को पत्र लिखकर कहा कि वह कंपनी पर भरोसा बनाए रखें. उन्होंने कहा विमानन कंपनी में स्थिरता बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसकी कंपनी को इस समय बहुत जरूरत है. इसके साथ ही परिचालन को भी बहुत जल्द सुचारू बना लिया जाएगा.

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कंपनी के 100 से अधिक विमानों के बेड़े में से बड़ी संख्या में विमान वर्तमान में जमीन पर खड़े हैं. इसकी वजह कंपनी का नकदी संकट बढ़ना है जिसके चलते वह पट्टे पर लिए गए विमानों का किराया चुकाने में विफल रही है. 

गोयल ने कहा कि कंपनी की रणनीतिक साझेदार विमानन कंपनी एतिहाद एयरवेज के साथ बातचीत जारी है और भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले ऋणदाताओं के समूह से भी चर्चा की जा रही है. कंपनी में एतिहाद की 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

गोयल ने कहा, ‘‘एक बार फिर मैं आप सबको आश्वस्त करता हूं कि मैं खुद निजी तौर पर जल्द से जल्द इसका समाधान संभव बनाने और जितना जल्दी हो सके हमारे परिचालन के लिए अनिवार्य हो चुकी स्थिरता को बहाल करने के लिए भी प्रतिबद्ध हूं.’’ कंपनी पर वर्तमान में 8,200 करोड़ रुपये का ऋण बोझ है.

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