नरेश गोयल ने Jet को उबारने के लिए मांगी इस NRI से मदद, डूबने से बच जाएगी एयरलाइन
नकदी की समस्या से जूझ रही जेट एयरवेज (Jet Airways) ने अबुधाबी बेस्ड अनिवासी भारतीय (NRI) अरबपति एमए यूसुफ अली और एतिहाद एयरवेज से मदद मांगी है.
नकदी की समस्या से जूझ रही जेट एयरवेज (Jet Airways) ने अबुधाबी बेस्ड अनिवासी भारतीय (NRI) अरबपति एमए यूसुफ अली से मदद मांगी है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वह एयरलाइन की मदद कर सकते हैं. यूसुफ अली का खाड़ी देश में काफी रुतबा है.
यह भी खबर है कि एयरलाइन के प्रमोटर नरेश गोयल ने अपने निवेशक साझीदार एतिहाद एयरवेज (Etihad Airways) से भी आसान शर्तों पर 35 करोड़ डॉलर का ऋण मांगा है. एयरलाइन (Airline) अपने इस भागीदार को अतिरिक्त हिस्सेदारी देने पर बातचीत कर रही है. सूत्रों का कहना है कि अगर डील हो गई तो एतिहाद और यूसुफ अली मिलकर जेट में पैसा लगा सकते हैं.
जेट ने मांगे 35 करोड़ डॉलर
अबुधाबी की एतिहाद एयरलाइन पहले भी मुश्किल वक्त में नरेश गोयल के नियंत्रण वाली विमानन कंपनी के बचाव में सामने आ चुकी है. इस घटनाक्रम से अवगत सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि जेट एयरवेज ने एतिहाद से आसान शर्तों पर 35 करोड़ डॉलर का ऋण मांगा है. वहीं अतिरिक्त हिस्सेदारी बेचने के लिए खाड़ी देश की विमानन कंपनी से उसकी बातचीत चल रही है.
20 करोड़ डॉलर दे सकती है एतिहाद
सूत्र ने बताया कि एतिहाद एयरवेज ने 20 करोड़ डॉलर तक की सहायता की पेशकश की है. इस प्रस्ताव पर अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है. जेट एयरवेज और एतिहाद दोनों ने सौदे के बारे में किसी तरह की टिप्पणी से इनकार किया है. जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि एयरलाइन अपनी नीति के अनुसार ‘अटकलों’ पर टिप्पणी नहीं करती है.
2013 में भी पार लगाया था बेड़ा
इससे पहले 2013 में भी एतिहाद ने जेट एयरवेज में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी. यह हिस्सेदारी 2,060 करोड़ रुपये में खरीदी गई. इसके साथ ही एतिहाद ने 15 करोड़ डालर का सस्ती ब्याज दर का कर्ज भी उपलब्ध कराया था और जेटप्रीविलेज लायल्टी कार्यक्रम में 50.1 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी.