नकदी संकट झेल रही जेट एयरवेज ने अपने पायलटों से कहा है कि उन्‍हें नौकरी छोड़ने के लिए नोटिस देने की जरूरत नहीं है. दरअसल, इस संकट की घड़ी में एयरलाइन कारोबारी लागत में कमी लाने की जुगत लगा रही है. एयरलाइन के पायलटों ने धमकी दी थी कि अगर उन्‍हें वक्‍त से सैलरी नहीं मिली तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे. 

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50 पायलटों ने छोड़ी नौकरी

बीते कुछ महीनों में करीब 50 पायलट नौकरी छोड़ कर जा चुके हैं. इन पायलटों ने सिर्फ 48 घंटे का नोटिस पीरियड दिया था. ये पायलट जेट एटीआर टर्बोप्रॉप प्‍लेन के थे. एयरलाइन के पास 16 एटीआर हैं, जिनमें 3 को उसने उड़ान भरने से रोक दिया है. 6 और विमानों को वह खड़ा करने वाली है. उसके पास कुल 124 विमान हैं.

16 हजार हैं कुल कर्मचारी

जेट के पास 16 हजार कर्मचारी हैं, जिनमें 2000 पायलट हैं. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक एयरलाइन ने हालांकि कर्मचारियों के छोड़ने की घटना को सामान्‍य बताया है. उसने कहा कि वह अपने कर्मचारियों के फैसलों का सम्‍मान करती है. एयरलाइन समय से अपनी फ्लाइट का परिचालन करती रहेगी. एयरलाइन के मौजूदा नियमों के तहत पायलटों को नौकरी छोड़ने से छह माह पहले नोटिस सर्व करना होता है. लेकिन कंपनी कांट्रेक्‍ट में कुछ अलग क्‍लॉज भी हैं.

यात्रियों की फ्री सेवा रुकी

मुंबई एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यात्रियों को मुफ्त में दी जाने वाली सुविधाओं पर रोक लगा दी है. जेट एयरवेज में सफर करने वाले यात्री मुंबई एयरपोर्ट के लाउंज का मुफ्त में इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे, इसके लिए उन्हें अलग से भुगतान करना होगा. एयरपोर्ट की जीवीके लाउंज ने इस बारे में एक नोटिस जारी किया है. नोटिस में साफ कहा गया है कि जेट एयरवेज के यात्री उनके मुफ्त लाउंज की सुविधा का फायदा नहीं उठा सकते, इसके लिए उन्हें भुगतान करना होगा. जेट एयरवेज के ग्राहकों को लाउंज की कॉम्प्लीमेंट्री सुविधा नहीं मिलेगी. एयरपोर्ट अथॉरिटी पर जेट एयरवेज के बकाये का भुगतान नहीं होने पर यह कदम उठाया गया है.