नकदी संकट से जूझ रही कंपनी जेट एयरवेज के पायलटों की यूनियन ने बकाया वेतन के भुगतान को लेकर श्रम मंत्रालय का दरवाजा खटखटाया है. संगठन ने केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार को पत्र लिखकर कहा है कि बकाया वेतन के कारण स्थिति तनावपूर्ण और निराशाजनक होती जा रही है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कंपनी आर्थिक संकट से जूझ रही है

कंपनी आर्थिक दिक्कतों के कारण पिछले कुछ महीने से वेतन देने में देरी कर रही है. कंपनी ने कर्ज की किस्तें चुकाने में भी चूक की है. कंपनी के एक हजार से अधिक पायलटों के संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड ने यह पत्र छह मार्च को लिखा है.

पायलटों में बढ़ा तनाव

पत्र में संगठन ने कहा, ‘‘हमारे सदस्यों के लिये स्थिति तनावपूर्ण और निराशाजनक होती जा रही है जो कि कॉकपिट में रहने वाले पायलटों के लिये ठीक नहीं है. इस संबंध में प्रबंधन से की गयी सारी अपील का कोई असर नहीं हुआ.’’

 
एडवांस टिकट बुक करने में बरतें सावधानी

जेट ऐयरवेज की एडवांस टिकट बुक करने में थोड़ा सावधान रहें तो बेहतर होगा. विमानन क्षेत्र नियामक DGCA आर्थिक संकट से जूझ रही Jet Airways को टिकटों की एक सीमा से अधिक अग्रिम बुकिंग से रोक सकती है. पिछले कुछ समय में कंपनी की क्षमता में काफी कमी आई है. साथ ही बड़े स्तर पर उड़ानों का रद्द होना भी इसी एक वजह है. डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जेट एयरवेज के बेड़े में शामिल 116 विमानों में से अभी केवल 61 ही उड़ान भर रहे हैं. इस वजह से उसे हर दिन अपनी 45 प्रतिशत उड़ानें रद्द करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. जेट एयरवेज नियमित तौर पर देश और विदेश में 600 से अधिक उड़ानों का परिचालन करती है.

कंपनी चला रही है स्कीम

अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम जेट एयरवेज को एक तय अवधि के बाद की एडवांस टिकट बुकिंग स्वीकार करने से मना कर सकते हैं.’’ डीजीसीए की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर एक रियायती योजना के तहत 37 घरेलू स्थानों पर यात्रा के लिए सभी खर्चों सहित 1,165 रुपये में टिकट बिक्री की पेशकश की है. लोग एक वर्ष की अवधि में यह यात्रा कर सकते हैं.