संकटग्रस्त जेट एयरवेज (Jet Airways) के संस्‍थापक नरेश गोयल नई मुश्किल में फंस गए हैं. IT (आयकर) विभाग ने उन्‍हें कर चोरी के मामले में तलब किया है. विभाग को जेट एयरवेज के मुंबई दफ्तर से कुछ दस्‍तावेज मिले थे, जिनमें वित्‍तीय अनियमितता की बात थी. इसकी जांच पूरी हो चुकी है और उनसे पूछताछ होगी.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इकोनॉमिक टाइम्‍स की खबर के मुताबिक आयकर विभाग को जेट एयरवेज और दुबई स्थित फर्म के बीच हुए ट्रांजेक्‍शन में गड़बड़ी मिली है. माना जा रहा है कि यह करीब 650 करोड़ रुपए की टैक्‍स चोरी का मामला है.

फिर उड़ान भर सकती है जेट

इस बीच, एयरलाइन के फिर उड़ान भरने की उम्‍मीद जगी है. क्‍योंकि उड़ान सेवाओं को अस्थायी तौर पर निलंबित करने के करीब 2 माह बाद नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि उस समय की तुलना में आज ज्यादा उड़ान सेवाओं का परिचालन हो रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि भारतीय विमानन क्षेत्र मौजूदा संकट से उबरने में सक्षम है.

हवाई यात्रियों की संख्‍या में गिरावट

नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से 22 मई को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल अप्रैल में घरेलू विमान यात्रियों की संख्या में साढ़े चार प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. इससे विमान यात्रियों की संख्या में पिछले 55 महीनों से जारी बढ़ोतरी का सिलसिला थम गया.

विमान की संख्‍या बढ़ी

पुरी ने कहा, 'घरेलू क्षेत्र में 1 खास एयरलाइन की सेवाएं पूरी तरह बंद हो गईं. अब हमारे पास उस समय की तुलना में अधिक विमान हैं. हमारे पास उस समय 540 विमान थे और इस माह के आखिर में यह संख्या 580 तक पहुंच जाएगी.' 

जेट पर ध्‍यान दे रही सरकार

उन्होंने कहा, 'उस एयरलाइन के पास बड़े विमान थे, जो लंबे मार्ग पर परिचालन में थे. हम उस मुद्दे को भी सुलझा रहे हैं. मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि हम उस मुद्दे को सुलझा लेंगे चाहे घरेलू क्षमता की बात हो या कोई अन्य चीज.'