भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की अगुवाई में, नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज (Jet Airways) के नए अंतरिम प्रबंधन ने एयरलाइन के कर्मचारियों के लंबित वेतन भुगतान के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से विचार-विमर्श कर एक योजना बनाई है. एयरलाइन के पूर्व प्रमोटर नरेश गोयल के इस्तीफे के बाद एसबीआई की अगुवाई में बैंकों के समूह ने अंतरिम समिति का प्रभार ग्रहण किया और कर्जदाताओं द्वारा एयरलाइन के तात्कालिक मसलों का समाधान करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की आपात राहत प्रदान की गई है.

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ईंधन के दाम में बढ़ोतरी और भारी प्रतिस्पर्धा के कारण जेट एयरवेज पिछले 6 महीनों से नकदी संकट से जूझ रही है. कंपनी ने पट्टेदारों, हवाईअड्डा संचालकों और तेल कंपनियों को भुगतान करने में भी विलंब की है. इसके अलावा कंपनी के कार्यबल के हिस्से को भुगतान करने और कंपनी के संचालन को बनाए रखने में भी मशक्कत करनी पड़ी है. 

जेट एयरवेज की मंगलवार को हुई बैठक में एसबीआई के प्रतिनिधियों, डीजीसीए के प्रमुख बीएस भुल्लर, नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला और जेट के सीईओ विनय दुबे ने हिस्सा लिया. बैठक में एयरलाइन द्वारा कई विमानों को वापस परिचालन में लाने पर विचार-विमर्श किया गया.