रिपोर्ट : बृजेश कुमार

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जेट एयरवेज (Jet Airways) से टॉप मैनेजमेंट के लोग एक-एक कर इस्‍तीफा दे रहे हैं. जेट एयरवेज के CEO विनय दुबे ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. इससे पहले डिप्‍टी CEO के साथ चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) की भूमिका निभाने वाले अमित अग्रवाल ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया था. विनय दुबे ने बोर्ड को भेजे इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से लागू करने की गुजारिश की है. इस्तीफे की वजह दोनों अधिकारियों ने निजी कारण बताया है. 

एतिहाद की बोली बनी कारण

हालांकि इसे एतिहाद (Etihad) की खुली बोली से भी जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि एतिहाद की ओर से शुक्रवार को सौंपी गई बोली में कई ऐसी शर्तें हैं जिसे बैंकों के लिए पूरा कर पाना मुमकिन नहीं लग रहा है.  

जेट का रिवाइवल हुआ और कठिन?

CEO और CFO के बाद एयरलाइन के चीफ पीपुल ऑफिसर (CPO) के भी कंपनी छोड़ने की खबरें आ रही हैं. पहले जेट एयरवेज के बोर्ड से नरेश गोयल और अनिता गोयल ने इस्‍तीफा दिया था. इसके बाद बोर्ड मेंबर राजश्री पति और नसीम जैदी चले गए. 

एतिहाद की शर्त

एतिहाद की खुली बोली में कई कठिन शर्तें हैं. मसलन बैंकों से जेट का पूरा लोन माफ करने की शर्त रखी गई है. एतिहाद की शर्त कि उसे ओपन ऑफर नियमों से छूट दी जाए. ये भी शर्त रखी है कि भारतीय पार्टनर बैंक खोजकर लाएं और एतिहाद 24% से अधिक हिस्सा नहीं लेगी. 

अब आगे क्या मुमकिन?

बैंक इस हफ्ते फिर से बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे. बैंक प्रत्‍यक्ष बोलियों की हकीकत भी जांच सकते हैं. बैंक NCLT जाने के पक्ष में नहीं, क्योंकि उनकी रकम की रिकवरी कम होगी.