क्यों बढ़ रही है टर्बुलेंस की घटनाएं? एयरलाइन कंपनी या मौसम कौन है इसका जिम्मेदार, समझें पूरी बात
Flight Turbulence: पिछले कुछ दशकों में जलवायु परिवर्तन के कारण फ्लाइट में एयर टर्बुलेंस की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं, और एयरलाइंस वायुमंडलीय विक्षोभ से आने वाली दिक्कतों के प्रभाव को कम करने में जुटी हुई हैं.
Flight Turbulence: अधिक से अधिक विमानों के उड़ान भरने के साथ ही साफ हवा में टर्बुलेंस (विमान में कंपन) की घटनाएं भी अधिक देखने को मिल रही हैं. ऐसी घटनाएं पिछले कुछ दशकों में जलवायु परिवर्तन के कारण बहुत बढ़ गई हैं, और एयरलाइंस वायुमंडलीय विक्षोभ से आने वाली दिक्कतों के प्रभाव को कम करने में जुटी हुई हैं. लंदन से सिंगापुर जाने वाली सिंगापुर एयरलाइंस की एक उड़ान में 20 मई को गंभीर वायुमंडलीय विक्षोभ (टर्बुलेंस) का अनुभव हुआ. इसमें एक यात्री की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हो गए.
इस घटना की जांच हालांकि अभी जारी है, लेकिन इसने विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन और साफ हवा में वायुमंडलीय विक्षोभ (CAT) की घटनाओं की ओर ध्यान खींचा है.
साफ हवा में टर्बुलेंस के कारण का पता लगा मुश्किल
हाल के हफ्तों में ऐसी अन्य घटनाएं भी हुई हैं. आमतौर पर जब बादल नहीं होते हैं, और टर्बुलेंस के कारण अदृश्य होते हैं. इनका पता लगाना विमान में पायलटों और रडार के लिए भी मुश्किल होता है, ऐसी घटनाओं को सीएटी कहा जाता है.
क्यों आता है टर्बुलेंस
ब्रिटेन के ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय में जलवायु परिवहन के प्रोफेसर मनोज जोशी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण सीएटी में बदलाव हो सकता है. दशकों में सीएटी में होने वाली तीव्र वृद्धि जलवायु परिवर्तन के कारण हो सकती है.
उड़ानों की संख्या में हुआ इजाफा
उन्होंने कहा, "अब CAT के बारे में अधिक पता चलने की एक वजह यह भी है कि 40 साल पहले की तुलना में अब उड़ानों की संख्या बहुत अधिक है."
एयरलाइन करते हैं क्या तैयारी?
एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) से जब यह पूछा गया कि क्या वह उड़ानों में टर्बुलेंस के दौरान अपनी मौजूदा प्रक्रिया पर फिर से विचार करने की योजना बना रही है, तो एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि दुनियाभर में हुई घटनाओं से जलवायु परिवर्तन के कारण इसका संकेत मिलता है. उन्होंने कहा कि एयरलाइन ने अपने चालक दल को इस बात पर जोर देने के लिए प्रशिक्षित किया है कि यात्रियों को सीट बेल्ट अच्छी तरह बांधनी चाहिए.
प्रवक्ता ने कहा कि एयरलाइन ने ऐसी प्रक्रियाएं तय की हैं, जिसके तहत चालक दल जरूरत पड़ने पर विमान में दी जाने वाली सेवाओं को रोक सकता है. IndiGo के प्रवक्ता ने बताया कि उड़ान के दौरान सुरक्षित और आरामदायक अनुभव सुनिश्चित करने के लिए, एयरलाइन लगातार नयी तकनीकों की खोज कर रही है और विमान में सुरक्षा घोषणाओं का मूल्यांकन कर रही है.