मानसून के समय में सड़कों पर कार लेकर निकलना भी काफी मुसीबत भरा होता है. बारिश के कारण कई बार आगे का रास्ता नहीं दिखता है. भारी बरसात में जब जमीन पर गाड़ियां चलाने में हमें इतनी आफत आती है, तो सोचिए आसमान की ऊंचाईयों में बड़े-बड़े प्लेन कैसे उड़ते होंगे और जब थोड़ी सी बारिश होने पर हमारे फोन का सिग्नल उड़ जाता है, तो फ्लाइट में पायलट किन सिग्नलों का इस्तेमाल करते हैं. IndiGo ने अपने कैप्टन प्रदीप कृष्णन का एक वीडियो शेयर करते हुए इन सभी सवालों का जवाब दे दिया है. इस वीडियो को आप भी देख कर कहेंगे  कि- वाह क्या तकनीक है. 

बरसात में कैसे उड़ता है प्लेन?

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IndiGo ने अपने इस छोटे से वीडियो में उन सभी काम के टूल्स के बारे में बता दिया है, जिसकी सहायता से आपता विमान भारी बरसात में भी बिल्कुल सुरक्षित उड़ान भरता है. आइए एक-एक कर जानते हैं इन सभी टूल्स के बारे में.

Wiper

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कार चलाते समय जैसा वाइपर आप अपनी गाड़ियों में इस्तेमाल करते हैं, वैसा ही एक वाइपर प्लेन में भी लगा होता है, जो पायलट को टेक-ऑफ और लैंडिंग के समय रनवे देखने में मदद करता है.

Rain Rplnt 

बरसात के समय विंड शील्ड की विजिबिलिटी को और बढ़ाने के लिए पायलट रेन रेपिलेंट लिक्विड का इस्तेमाल करते हैं. 

Weather Radar

प्लेन के टेक-ऑफ के पहले ही पायलट को मौसम विभाग से मौसम की संभावित चेतावनियां मिल जाती हैं. इसके अलावा मौसम का ताजा हाल जानने के लिए प्लेन के अंदर भी एक Weather Radar लगा होता है, जो पायलट को 3 अलग रंगों में मौसम का सभी हाल बताती है. ये तीन रंग मौसम की गंभीरता को बताती हैं. 

Anti Skid

बरसात के समय रनवे के गीले होने के कारण पायलट के लिए प्लेन को टेक-ऑफ और लैंडिंग के समय काफी ध्यान से चलाना होता है. Anti Skid प्लेन को रनवे पर फिसलने से बचाता है. 

Anti Ice

कई बार बरसात के साथ-साथ पायलट को ऐसे मौसम में भी प्लेन चलाना पड़ता है, जब बाहर की विंड शील्ड पर बर्फ जम जाए. ऐसे में Anti Ice टूल्स पायलट के बहुत काम आती है.

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