SpiceJet को डीजीसीए से मिला ये फरमान, Q400 विमानों को लेकर मिले हैं कड़े निर्देश, पढ़ें पूरा मामला
SpiceJet news: ‘क्यू400’ विमानों के इंजन का एक हफ्ते में ‘बोरोस्कोपिक‘ निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया है. स्पाइसजेट के पास ‘क्यू400’ के 14 विमान हैं और उनमें 28 पीडब्ल्यू 150ए के इंजन लगे हैं.
SpiceJet news: विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने स्पाइसजेट (SpiceJet) को उसके ‘क्यू400’ विमानों (SpiceJet Q400 planes) के ‘इंजन ऑयल’ की जांच करने के सोमवार को निर्देश दिए. इससे कुछ दिन पहले कंपनी के एक विमान को, उसके केबिन में धुआं भरने के बाद इमरजेंसी में हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा था. भाषा की खबर के मुताबिक, डीजीसीए ने कंपनी (SpiceJet) को ‘ऑयल विटनेस’ के सबूतों का पता लगाने के लिए ‘ब्लीड-ऑफ वॉल्व’ स्क्रीन का हर हफ्ते निरीक्षण करने का निर्देश दिया है. नियामक ने ‘क्यू400’ विमानों के इंजन का एक हफ्ते में ‘बोरोस्कोपिक‘ निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया है. साथ में चुंबकीय चिप डिटेक्टर (MCD) का तत्काल निरीक्षण करने और विश्लेषण के लिए हर 15 दिन में इंजन ऑयल का सैम्पल लेने समेत कई निर्देश दिए गए हैं.
स्पाइसजेट के विमानों में कई बार तकनीकी खामियां सामने आईं
खबर के मुताबिक, स्पाइसजेट के पास ‘क्यू400’ के 14 विमान हैं और उनमें 28 पीडब्ल्यू 150ए के इंजन लगे हैं. डीजीसीए के ये निर्देश ऐसे समय में आए हैं जब निमायक कंपनी पर पहले से नजर रख रहा है. दरअसल कुछ महीने पहले स्पाइसजेट के विमानों में कई बार तकनीकी खामियां आने की घटनाएं हुई थी, जिनके बाद 27 जुलाई को डीजीसीए ने निर्देश दिया था कि कंपनी अपनी कुल क्षमता की, मैक्सिमम 50 फीसदी फ्लाइट का ही संचालन कर सकती है. पिछले महीने इस बैन को 29 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया था.
डीजीसीए स्थिति पर करीब से निगाह रखे हुए है
नियामक ने सोमवार को एक बयान में कहा कि डीजीसीए (DGCA) स्थिति पर करीब से निगाह रखे हुए है और किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए हर उचित कदम उठाएगा. 12 अक्टूबर को गोवा से आ रहे स्पाइसजेट की उड़ान के केबिन में धुआं भर गया था जिस वजह से विमान को आपात स्थिति में हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतारा गया था. नियामक ने कंपनी से कहा है कि वह ‘इंजन ऑयल’ (SpiceJet Q400 aircraft engine oil) के नमूने ले और उन्हें ‘प्रैट एंड व्हिटनी कनाडा’ को भेजे. इसका मकसद यह पता लगाना है कि तेल में ‘धातु और कार्बन सील कणों की उपस्थिति’ है या नहीं.
ये निर्देश भी दिया है
डीजीसीए ने कहा कि हैदराबाद की घटना के अलावा भी हाल फिलहाल में पीडब्ल्यूसी 150 इंजन लगे विमानों में इस तरह की घटना हुई थी जो मरम्मत के लिए स्टैन्डर्ड एरो सिंगापु भेजे गए थे. उसने कहा कि स्पाइसजेट (SpiceJet)को निर्देश दिया गया है कि वह जांच पूरी होने तक किसी भी इंजन (SpiceJet Q400 planes) को ‘स्टैन्डर्ड एरो सिंगापुर’ न भेजे.