घरेलू विमानन कंपनी गोएयर (GoAir) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) संकट के मद्देनजर अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कैंसिल कर दी हैं. यही नहीं उड़ानों की संख्या घटने के कारण कंपनी अपने कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेजेगी. सूत्रों के मुताबिक कंपनी किस्तों में कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत कटौती करने की भी योजना बना रही है.

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इस बीच दुबई की विमानन कंपनी ‘फ्लाईदुबई’ (Flydubai) ने यात्रा और वीजा प्रतिबंधों के चलते अपनी भारत की उड़ानों को अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है. कंपनी 17 मार्च से 31 मार्च तक अपनी भारत की उड़ानों को रद्द रखेगी. वहीं इथोपियन एयरलाइंस ने अप्रैल 2020 में चेन्नै से शुरू होने वाली अपनी नयी उड़ान की शुरुआत को अगली सूचना तक के लिए टाल दिया है.

कंपनी ने कहा कि कोरोना वायरस संकट की सबसे ज्यादा मार एयरलाइन इंडस्‍ट्री पर पड़ी है. क्योंकि कई सरकारों ने यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं. लोगों को यात्रा टालने या कम करने के परामर्श जारी किए हैं. कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों के यात्रा को सीमित किया है. विशेष समारोहों की तारीखें भी आगे बढ़ाई जा रही हैं. 

कंपनी ने कहा कि मौजूदा समय में हवाई यातायात में तेज कमी आ रही है. इसे देखते हुए कंपनी ने 17 मार्च से 15 अप्रैल तक अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित करने का ऐलान किया है. GoAir कुल 35 शहरों के बीच उड़ान सेवा देती है. इसमें 8 विदेशी स्थल भी शामिल हैं. 

पीटीआई की खबर के मुताबिक कंपनी ने अपनी फुकेट, माले, मस्कट, अबू धाबी, दुबई, बैंकॉक, कुवैत और दम्माम की अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 15 अप्रैल तक निलंबित कर दी हैं. इन उड़ानों को रद्द करने के बाद कंपनी की रोजाना उड़ानों की संख्या 325 से घटकर 280 रह गई है. 

बयान के अनुसार कंपनी ने कर्मचारियों को क्रमिक आधार पर अवकाश पर भेजने का फैसला किया है. इन छुट्टियों की अवधि का वेतन नहीं दिया जाएगा. क्रमिक रूप से एक समय कुछ कर्मचारियों को कार्यस्थल से दूर रखा जाएगा. इससे कंपनी को उड़ानों की संख्या में कटौती के असर से निपटने में मदद मिलेगी.

कंपनी ने कहा कि वह जानती है कि इससे प्रभावित कर्मचारियों पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा. लेकिन उसने इस फैसले पर पहुंचने के लिए अन्य देशों में कंपनियों द्वारा अपनाई जा रही नीति का अध्ययन किया है. 

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सूत्रों के अनुसार अभी कंपनी की योजना अपनी वर्कफोर्स के 35 प्रतिशत को 1 महीने के लिए बिना वेतन के छुट्टी पर भेजने की है. इसमें विदेशी हवाईअड्डों पर काम करने वाले कर्मचारी भी शामिल हैं.

सूत्रों के मुताबिक हवाई यातायात के सामान्य स्तर पर लौटने तक कंपनी को चलाए रखने के लिए GoAir का किस्तों में कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत की कटौती करने का भी प्रस्ताव है. इसके अलावा कंपनी जल्द ही विदेशी पायलटों की सेवा जारी रखने के बारे में भी फैसला करेगी क्योंकि अधिकतर उड़ानें रद्द होने से उनके पास काम नहीं होगा. इस संबंध में गोएयर के प्रवक्ता को भेजे गए सवालों का जवाब नहीं मिला है.