सिंगापुर में बना रहे थे करियर, पिता की मौत के बाद राजनीति में ली एंट्री, 36 साल में सिविल एविएशन मिनिस्टर बने राम मोहन नायडू
Civil Aviation Minister K. Ram Mohan Naidu Facts: पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रीमंडल को विभागों का बटवारा कर दिया है. एनडीए के दूसरे सबसे बड़े घटक दल टीडीपी के युवा नेता के.राम मोहन नायडू को सिविल एविएशन मंत्रालय मिला है.
Civil Aviation Minister K. Ram Mohan Naidu Facts: शपथ ग्रहण और प्रभार संभालने के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रीमंडल को विभागों का बंटवारा कर दिया है. मोदी 3.0 में नागरिक और उड्डयन मंत्रालय एनडीए की दूसरी सबसे पार्टी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की झोली में गया है. टीडीपी के युवा सांसद राम मोहन नायडू किंजरापु देश के नए सिविल एविएशन मिनिस्टर होंगे. 36 साल की कम उम्र में रविवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले के राम मोहन नायडू श्रीकाकुलम लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं.
Civil Aviation Minister K. Ram Mohan Naidu Facts: पूर्व मंत्री के येरन नायडू के बेटे हैं के.राम मोहन नायडू
के.राम मोहन नायडू दिवंगत टीडीपी नेता के येरन नायडू के बेटे हैं, जो 1996 में संयुक्त मोर्चा सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री थे. एक सड़क दुर्घटना में येरन नायडू की मृत्यु हो गई थी. राम मोहन नायडू पहली बार 2014 में श्रीकाकुलम से संसद में पहुंचे और 2024 में तीसरी बार उसी निर्वाचन क्षेत्र से यह उपलब्धि दोहराई. उन्होंने 2024 के चुनाव में वाईएसआरसीपी के पी. तिलक को 3.2 लाख से ज्यादा वोटों से हराया.
Civil Aviation Minister K. Ram Mohan Naidu Facts: अमेरिका से की है इंजीनियरिंग की पढ़ाई, आइलैंड से किया एमबीए
राम मोहन नायडू ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल से की और अमेरिका की पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, उसके बाद लॉन्ग आइलैंड से एमबीए में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है. शुरू में वह सिंगापुर में अपना कैरियर बनाने में जुटे थे लेकिन 2012 में एक कार दुर्घटना में उनके पिता की मृत्यु के बाद वह राजनीति के क्षेत्र में आ गए. उन्होंने 26 साल की उम्र में 2014 में श्रीकाकुलम से लोकसभा सांसद के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
Civil Aviation Minister K. Ram Mohan Naidu Facts: 2020 में मिला था संसद रत्न पुरस्कार
पिछले एक दशक में के. राम मोहन नायडू कई संसदीय समितियों का हिस्सा रहे. उनके उत्कृष्ट योगदान को स्वीकार करते हुए, उन्हें सांसद के रूप में उनके प्रदर्शन के लिए 2020 में संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया. आपको बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में सिविल एविएशन मिनिस्ट्री तेलुगु देशम पार्टी के पास थी. टीडीपी नेता अशोक गजपति राजू साल 2014 से साल 2018 तक इस मंत्रालय में मंत्री रहे थे. साल 2018 में टीडीपी एनडीए से अलग हो गई थी तब अशोक गजपति राजू ने भी इस्तीफा दे दिया था.
भाषा इनपुट के साथ.