Indian Cargo Business: देश के हवाई माल ढुलाई क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल है और इसकी क्षमता का दोहन करने के लिए प्रक्रियाओं में और सुधार लाने के साथ-साथ तेजी से काम पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने गुरुवार को यह बात कही. सरकार लॉजिस्टिक्स केंद्र विकसित करने पर काम कर रही है. 

कार्गो बिजनेस का फ्यूचर ब्राइट

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सिविल एविएशन मिनिस्ट्री में सीनियर इकोनॉमिक एडवाइजर पीयूष श्रीवास्तव ने कहा कि हवाई माल ढुलाई क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल है और देश में माल ढुलाई या कार्गों विमानों की संख्या बढ़ने की संभावना है. वर्तमान में भारतीय कंपनियों के पास लगभग 18 मालवाहक जहाज हैं. 

कोरोना महामारी के बाद स्थिति सुधरी

उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में ACFI (एयर कार्गो फोरम इंडिया) द्वारा आयोजित सम्मेलन में कहा कि हवाई माल ढुलाई क्षेत्र में कारोबार को और आसान बनाने तथा तेजी से काम पूरा करने पर ध्यान दिया जाएगा. हालांकि, कोविड-19 महामारी की मार झेलने के बाद यात्री खंड में सुधार हुआ है, लेकिन हवाई माल ढुलाई अब भी कोविड-पूर्व स्तर पर पूरी तरह से नहीं पहुंच पाई है. 

33.6 लाख टन का कार्गो बिजनेस

साल 2023-24 में देश में हवाई माल ढुलाई 33.6 लाख टन से थोड़ा ज्यादा था. उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के संयुक्त सचिव सुरेंद्र कुमार अहिरवार ने कहा कि लोगों को कौशल प्रदान करने सहित लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में काफी प्रगति हो रही है.