विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग अपने 737 मैक्स विमानों में करेगी ये तकनीकी सुधार, फिलहाल इन विमानों पर है रोक
विमान बनाने वाली अमेरिका की कंपनी बोइंग अपने 737 मैक्स विमानों में स्टॉल (डैनों पर वायु के दबाव के कोण में अचानक बदलाव के कारण विमान के नीचे आने) की स्थिति से बचाव करने वाली प्रणाली के सॉफ्टवेयर में सुधार करेगी.
विमान बनाने वाली अमेरिका की कंपनी बोइंग अपने 737 मैक्स विमानों में स्टॉल (डैनों पर वायु के दबाव के कोण में अचानक बदलाव के कारण विमान के नीचे आने) की स्थिति से बचाव करने वाली प्रणाली के सॉफ्टवेयर में सुधार करेगी. उद्योग जगत के एक सूत्र ने एएफपी को इसकी जानकारी दी है.
साॅफ्टवेयर में होगा सुधार
यह साफ्टवेयर उड़ान के समय विमान की स्थिति में बदलाव की क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है. बोइंग के 737 मैक्स विमान हाल ही में दो भयावह दुर्घटना के शिकार हुए हैं. पिछले साल अक्टूबर में इंडोनेशिया में हुई दुर्घटना में के लिये यही प्रणाली दोषी थी. हालांकि पिछले सप्ताह इथियोपिया में हुई दुर्घटना के कारण का अभी पता नहीं चल सका है.
विमानों पर लगाई गई है रोक
सूत्र ने कहा कि प्रणाली में सुधार करने में करीब दो घंटे लगेंगे. गौरतलब है कि इथोपिया में हुए विमान हादसे के बाद से पूरी दुनिया में बोइंग के मैक्स737 विमानों के उड़ान भरने पर रोक लगा दी गई है. कई देशों की नियामक संस्थानाएं व बोइंग इस विमान में तकनीकी खामी की जांच कर रहा है.
भारत में ये कंपनियां करती हैं इस्तेमाल
भारत में जेट ऐयरवेज व स्पाइस जेट बोइंग के मैक्स737 विमानों का इस्तेमाल करते हैं. इस विमान के उड़ान पर रोक लगाए जाने वे इस विमानन कंपनियों की सेवाओं पर भी असर पड़ा है. वहीं भारत में जेट ऐयरवेज ने जहां 225 बोइंग के मैक्स737 विमानों के लिए ऑर्डर दिया हुआ है वहीं स्पाइस जेट ऐयरलाइंस ने लगभग 205 विमानों का ऑर्डर दिया हुआ है.