क्या आप जानते हैं क्यों सफेद रंग की कार ही खरीदनी चाहिए? ये रिपोर्ट पढ़ने के बाद ही खरीदें अपनी गाड़ी
दुनियाभर में सबसे ज्यादा सफेद कारों पर भरोसा जताया जाता है. भारत में भी पहली कार खरीदने वाले हर 10 लोगों में से 4 लोग सफेद रंग की कार घर ले आते हैं. तो आखिर ऐसा क्यों है, और क्यों सफेद रंग की कार का चुनाव सही फैसला, आइए जानते हैं.
क्या आप कार खरीदने जा रहे हैं? क्या ये आपकी पहली कार है? क्या आपने कंपनी, मॉडल डिजाइन सबकुछ तय कर लिया है, बस कलर तय करना बाकी रह गया है? अगर इनमें से किसी भी सवाल का जवाब हां है, तो यह खास रिपोर्ट आपके लिए है. BASF की Color Report 2021 for Automotive OEM Coatings में कुछ दिलचस्प फैक्ट्स बाहर निकलकर आए हैं. सबसे खास फैक्टर जो निकलकर आया है वो कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा सफेद कारों पर भरोसा जताया जाता है. वहीं, भारत में पहली कार खरीदने वाले हर 10 लोगों में से 4 लोग सफेद रंग की कार घर ले आते हैं. तो आखिर ऐसा क्यों है, और क्यों सफेद रंग की कार का चुनाव सही फैसला, आइए जानते हैं.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 40 फीसदी नई कारें सफेद रंग की हैं. इंडियन कार बायर्स के बीच फेवरेट कार कलर की लिस्ट कुछ ऐसी दिखती है-
व्हाइट-40%
ग्रे-15%
सिल्वर-12%
ब्लैक-10%
ब्लू-8%
रेड-7%
ग्रीन-3%
ब्राउन-2%
बेज-2%
गोल्ड-1%
क्यों व्हाइट कलर है पहली पसंद?
ये तो जाहिर है कि व्हीकल खरीदना एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट होता है. भारत जैसे देश में, जहां कंज्यूमर हमेशा से बचत और किफायत को ऊपर रखता रहा है, वहां, कार का कलर भी मायने रखता है. हम यह देखते हैं कि कहां हमें ज्यादा टिकाऊपन और भरोसा मिल रहा है. सफेद रंग चुनने के पीछे भी हमारी यही आदत शामिल है.
सफेद रंग की कार के हैं कई फायदे
- सबसे पहले सफेद रंग की कार को मेंटेन करना बहुच आसान है और यह एलीगेंट भी दिखती हैं. आपकी कार कोई सी भी हो, इसके फीचर्स ज्यादा उभरकर सामने आते हैं.
- दूसरी कारों के मुकाबले, इसपर गंदगी ज्यादा पता नहीं चलती. सफेद रंग होने के बावजूद जब कारों की बात आती है, तो व्हाइट सबसे नेचुरल कलर लगता है और इसपर डस्ट छिप जाता है.
- डेंटिंग पता नहीं चलती. छोटे-बहुत डेंट या स्क्रैच आ गए हों तो व्हाइट कलर पर ज्यादा पता नहीं चलते, जितना कि दूसरे कलर की कारों पर उभरकर सामने आते हैं.
- दूसरी रंग की कारों के मुताबिक, यह कार बाहर से कम गरम होती है और अंदर के पार्ट्स को भी कूल रखती है.
- और सबसे बढ़िया बात व्हाइट कलर के कारों की रीसेल वैल्यू सबसे ऊंची होती है. ऐसे में अगर आपको अपनी कार रीसेल भी करनी है, तो इसे लेकर आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं होगी.
दूसरे कलर की कारों की पॉपुलैरिटी भी बढ़ी
BASF की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट कलर की सुप्रिमेसी के बावजूद, दूसरे कलर की कारें भी अपना स्टेटस बढ़ा रही हैं. व्हाइट के बाद सबसे पहले जो कलर ज्यादा पॉपुलर है, वो है सिल्वर. सिल्वर भी आपको व्हाइट जैसे ही फायदे देता है. इसके बाद रेड की डिमांड भी ज्यादा है. इसके अलावा ब्लू कलर की पॉपुलैरिटी भी तेजी से बढ़ी है. भारत में SUVs के वेरिएंट में ग्रीन के शेड भी पॉपुलर हुए हैं. रिसर्च में देखा गया है कि ग्रीन के टील, खाकी और ऑलिव जैसी कई कलर की गाड़ियां सड़कों पर तेजी से बढ़ी हैं.