सस्टेनेबल मोबिलिटी की ओर से कदम बढ़ाते हुए Rapido ने IndoFast Energy के साथ करार किया है. रैपिडो देश की बड़ी बाइक एग्रीगेटर है, जो ऑटो और कैब सेगमेंट में भी कैटर करती है. IndoFast Energy, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और सन मोबिलिटी के 50-50 फीसदी का ज्वाइंट वेंचर है. दोनों कंपनी एक साथ आई हैं और दोनों ही कंपनियों ने 10,000 स्वैपेबल ऑटो को तैनात करने का ऐलान किया है. ये इलेक्ट्रिक ऑटो Piaggio के होंगे. रैपिडो ने इंडोफास्ट एनर्जी के साथ साझेदारी की है और साझेदारी के तहत कंपनी देशभर में दस हजार इलेक्ट्रिक ऑटो, ई-सिटी मैक्स को तैनात करेगी. ये काम अगले 24 महीने यानी कि 2 साल में पूरा होगा. 

इन शहरों से शुरू होगी शुरुआत

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कंपनी ने बताया कि इस प्लान की शुरुआत पहले हैदराबाद, बंगलुरू और दक्षिण भारत के दूसरे शहरों से शुरू होगा. इस पार्टनरशिप के तहत कंपनी दिसंबर 2024 के अंत तक, देश के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में 1000 ईवी को जोड़ने का काम करेगी. 

2023 से इन दोनों कंपनियों की पार्टनरशिप पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दिल्ली, बंगलुरू में काम कर रही थी. इस पार्टनरशिप के तहत IndoFast Energy की एडवांस स्वैपेबल बैटरी टेक्नोलॉजी को रैपिडो के प्लेटफॉर्म में इंटीग्रेट करना था. कंपनी का मकसद इलेक्ट्रिक व्हीकल की एक्सेसिबिलिटी को बढ़ाना है. 

टेक्नोलॉजी का मिलेगा ये फायदा

दो कंपनियों के पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद अब ये कंपनी हैदराबाद और बंगलुरू में 100 से ज्यादा स्वैप स्टेशन लगाने के लिए तैयार है. इससे ऑटो कैप्टन को बैटरी स्वैप करने और समय के कम वेस्टेज में मदद मिलेगी. रैपिडो का उद्देश्य अपनी कुल डेली राइड्स में 20 फीसदी हिस्सा स्वैपेबल इलेक्ट्रिक ऑटो का रखना है. 

इस मौके पर रैपिडो के को-फाउंडर पवन गुंटुपल्ली ने कहा कि रैपिडो में हमारा मकसद अफोर्डेबल, ईको फ्रेंडील मोबिलिटी सॉल्यूशन्स की सुविधा देना है. इस पार्टनरशिप के जरिए ईवी को बढ़ावा मिलेगा. इससे ना सिर्फ कार्बन फुटप्रिंट को घटाने में मदद मिलेगी. बल्कि हमारे ड्राइवर्स को सस्टेनेबल अर्निंग का भी फायदा मिलेगा. वहीं Indofast Energy के सीईओ अनंत बजातिया ने कहा कि इस पार्टनरशिप से कम्यूटिंग को काफी फायदा मिलेगा.