Mumbai में 'काली-पीली टैक्सी' को आनंद महिंद्रा ने कुछ इस तरह किया अलविदा, X पर लिखा ये भावुक पोस्ट
Mumbai Kaali-Peeli Taxi: 60 साल से मुंबई के लोगों को अपनी सर्विस देती आ रही काली-पीली टैक्सी या यूं कहें प्रीमियर पद्मिनी की सेवा आज से बंद हो जाएगी. इस कार सर्विस ने मुंबईकरों को 60 साल तक अपनी सेवा दी और अब इसे बंद करने का समय आ गया है.
Mumbai Kaali-Peeli Taxi: मुंबईकरों के लिए 30 अक्टूबर का दिन थोड़ा दुखभरा हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि आज से मुंबई में काली-पीली टैक्सी चलनी बंद हो जाएंगी. बता दें कि 60 साल से मुंबई के लोगों को अपनी सर्विस देती आ रही काली-पीली टैक्सी या यूं कहें प्रीमियर पद्मिनी की सेवा आज से बंद हो जाएगी. इस कार सर्विस ने मुंबईकरों को 60 साल तक अपनी सेवा दी और अब इसे बंद करने का समय आ गया है. बता दें कि प्रभादेवी के रहने वाले अब्दुल करीम कारसेकर के पास MH-01-JA-2556 नंबर वाली आखिरी काली-पीली टैक्सी है. इस टैक्सी की अधिकतम आयु 20 साल थी. इस काली-पीली टैक्सी के बंद होने पर महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) ग्रुप के मालिक आनंद महिंद्रा ने एक भावुक पोस्ट किया.
आनंद महिंद्रा ने किया ये पोस्ट
आनंद महिंद्रा ने X पर एक भावुक पोस्ट किया. आनंद महिंद्रा ने पोस्ट करते हुए लिखा कि आज से मुंबई की सड़कों पर आइकॉनिक प्रीमियर पद्मिनी नहीं चलेगी. उन्होंने आगे कहा कि हालांकि ये टैक्सी आरामदायक नहीं थी, विश्वास लायक नहीं थी, आवाज़ बहुत करती थी और तो और टैक्सी में सामान रखने की भी जगह नहीं थी लेकिन मेरी उम्र के लोगों के लिए ये टैक्सी लाखों यादें बसाए हुए है.
उन्होंने आगे कहा कि इन टैक्सी ने हमें प्वाइंट A से प्वाइंट B तक पहुंचाने का काम किया है. आनंद महिंद्रा ने आगे लिखा कि गुडबाय और अलविदा, काली-पीली टैक्सी. अच्छे दिनों में साथ देने के लिए बहुत शुक्रिया.
काली-पीली टैक्सी को कहा अलविदा
आम लोगों के लिए दशकों से सवारी का सुगम साधन बनी इस टैक्सी सेवा को ‘काली-पीली’ के तौर पर जाना जाता था, जो इसके रंग को दर्शाता है. शहरवासियों का इस टैक्सी सेवा से गहरा जुड़ाव रहा है और अब लगभग छह दशक के बाद इसकी ‘‘यात्रा’’ समाप्त होने जा रही है. नए मॉडल और ऐप-आधारित कैब सेवाओं के बाद ये काली-पीली टैक्सी अब मुंबई की सड़कों से हट गई हैं. हाल में सार्वजनिक ट्रांसपोर्टर ‘बेस्ट’ की प्रसिद्ध लाल डबल-डेकर डीजल बसों के सड़कों से हटने के बाद अब काली-पीली टैक्सी भी नजर नहीं आएंगी.
परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आखिरी ‘प्रीमियर पद्मिनी’ को 29 अक्टूबर, 2003 को तारदेव आरटीओ में एक काली-पीली टैक्सी के रूप में पंजीकृत किया गया था. चूंकि, शहर में कैब संचालन की समयसीमा 20 साल है, ऐसे में अब सोमवार से मुंबई में आधिकारिक तौर पर ‘प्रीमियर पद्मिनी’ टैक्सी नहीं चलेगी.