रिपोर्ट : निर्मल त्रिवेदी

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किसान खेती के खर्च को कम करने के लिए कई नए प्रयोग कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ गुजरात के मोरबी जिले में देखने को मिला. जिले के सिंधावर में रहने वाले और 9वीं तक पढ़े शब्बीर ने खेतों को जोतने के लिए पुरानी मोटरसाइकिल से ट्रैक्टर तैयार किया है. वह बीते 10 साल से यह काम कर रहे है. 

अब तक शब्बीर ने राज्य के कुल 33 जिलों में 450 बाइक-ट्रैक्टर बनाकर किसानों को दिया है. इससे किसानों की जिंदगी आसान और खेती कम खर्च वाली हो गई है. इस तरह के ट्रैक्टर से किसानों की आय में भी बढ़ोतरी हो रही है. बाइक से जो ट्रैक्टर तैयार किया है, उसमें खेती के सभी औजार लग सकते हैं. इस वजह से किसानों को इसे इस्तेमाल करने में किसी भी तरह की असुविधा नहीं होती है. 

शब्बीर का परिवार सालों से खेती का काम करता है और जब उनके पिता खेती का काम करते थे, तब खेती करने में काफी खर्च आता था. तब शब्बीर सोचते थे कि खेती का खर्च किस तरह कम किया जाए ताकि जुताई के लिए न ही बैलों की जरूरत पड़े और न ही ट्रेक्टर की. तभी उनकी नजर अपनी मोटरसाइकिल पर पड़ी और उन्होंने बाइक से ही ट्रैक्टर बनाने की सोच ली. 

शब्बीर ने बाइक का पिछला पहिया निकालकर उसमें 2 बड़े पहिये लगा दिए और ट्रैक्टर वाले औजार लगा दिए. इससे 1 मिनी ट्रैक्टर तैयार कर दिया. पहले इसका इस्तेमाल उन्होंने अपने खेत को जोतने के लिए शुरू किया और उन्हें अपना यह तरीका काफी कारगर लगा. दूसरे किसानों ने भी यह देखा तो वे भी शब्बीर के पास अपनी मोटरसाइकिल लेकर मिनी ट्रैक्टर बनवाने आने लगे. 

अब शब्बीर द्वारा बनाये गए यह मिनी मोटरसाइकिल ट्रैक्टर सिर्फ मोरबी जिले में ही नहीं परन्तु गुजरात के लगभग सभी जिलों में लोकप्रिय हैं और अब तक वह गुजरात भर में 450 ट्रैक्टर बनाकर दे चुके है. अगर 1 किसान ट्रैक्टर खरीदता है तो उसकी कीमत लगभग 5 लाख से भी ज्यादा होती है. खेती के औजारों की कीमत अलग से होती है. लेकिन पुरानी बाइक से ही ट्रैक्टर तैयार करने में सिर्फ 20 से 25 हजार रुपए का खर्च आता है. 

इस मिनी ट्रैक्टर से जुताई करने के लिए 1 ही व्यक्ति की जरूरत पड़ती है. ट्रैक्टर से खेती करने पर एक बार में 300 से 400 रूपये का खर्च आ जाता है वही इस मिनी ट्रैक्टर से जुताई करने पर मात्र 100 रुपये खर्च आता है.