सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन भारत सहित अलग-अलग बाजारों में इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ अपने मॉडलों के लिए हल्के ढांचे और छोटी बैटरियों के इस्तेमाल जैसे पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगी. कंपनी ने अपने आगामी फ्यूचर प्लान के तौर पर ये बयान दिया है. जापानी वाहन विनिर्माता ने अगले 10 साल के लिए कंपनी की प्रौद्योगिकी रणनीति (टेक्नोलॉजी स्ट्रैटेजी) की रूपरेखा को पेश किया है. कंपनी ने फ्यूचर प्लान की रूपरेखा को पेश करते हुए बताया कि कॉम्पैक्ट और हल्के वाहन न केवल उपयोग के दौरान सीओ2 उत्सर्जन को कम करते हैं, बल्कि उत्पादन में भी संसाधनों के इस्तेमाल और सीओ2 उत्सर्जन को कम करते हैं. इस प्रकार ये संसाधन संरक्षण और सीओ2 कम करने में योगदान देते हैं. 

मारुति सुजुकी की 58% हिस्सेदारी

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देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया में करीब 58 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली इस कंपनी ने कहा कि वह हल्के वजन और सुरक्षा के लिए ‘हार्टेक्ट’ को और विकसित करेगी और वजन घटाने वाली प्रौद्योगिकी के जरिये ऊर्जा खपत को न्यूनतम करने के लिए भी काम करेगी. 

इलेक्ट्रिक व्हीकल पर ज्यादा फोकस

बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन और हाइब्रिड वाहनों के लिए कंपनी ने कहा कि उसका लक्ष्य अपने ग्राहकों को हर देश और क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा अनुपात व उपयोग की स्थितियों के आधार पर सबसे अधिक ऊर्जा कुशल इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराना है. कंपनी ने अन्तर्दहन इंजन कारों पर कहा कि 2023 में उसने एक उच्च दक्षता वाला इंजन (जेड12ई इंजन) विकसित किया है जो बेहतर दहन का अनुसरण करता है.

फ्यूचर में ये है कंपनी का प्लान

सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने कहा कि भविष्य में हम इस उच्च दक्षता वाले इंजन को दुनिया भर में विस्तारित करेंगे और कार्बन-तटस्थ ईंधन और अगली पीढ़ी के हाइब्रिड द्वारा ऊर्जा की खपत को न्यूनतम करने में सफल होंगे.

सॉफ्टवेयर परिभाषित वाहनों (एसडीवी) के लिए सुजुकी एक किफायती प्रणाली विकसित करेगी और ग्राहकों को उपलब्ध कराएगी, जो ऊर्जा खपत को न्यूनतम करके वाहनों के लिए मूल्य सृजन करेगी. वाहन विनिर्माता ने कहा कि हम इसके सॉफ्टवेयर को अद्यतन करते समय ‘वायर्ड’ और ‘वायरलेस’ अपडेट के सर्वोत्तम मिश्रण के साथ इसका इस्तेमाल आसान बना देंगे.