लग्जरी कार की हाई स्पीड ले रही लोगों की जान; मई में दर्ज हुई 3 घटनाएं, जानें 2022 में हुए कितने हादसे
Luxury Cars Accident in India: गौतम बुद्ध नगर में पिछले साल 1,176 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 470 लोगों की मौत हो गई और 858 घायल हो गये. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में जिले में सड़क दुर्घटना में 437 लोगों की मौत हुई और 856 लोग घायल हो गए.
Luxury Cars Accident in India: हाल ही के दिनों में कई ऐसी खबरें आईं, जिसमें लग्जरी कार से हुए हादसे में किसी ना किसी ने अपनी जान गंवाई है. एक हादसे महाराष्ट्र के पुणे से आया, जहां 19 मई को नशे की हालत में तेज गति से चलाई जा रही पोर्श कार ने दो आईटी पेशेवरों की जान ले ली. पुणे में 19 मई की सुबह हुए हादसे में अनीश अवधिया और अश्विनी कोस्ता की मौत हो गई. बताया जाता है कि पोर्श कार को 17 वर्षीय एक किशोर नशे की हालत में चला रहा था. कार ने दोनों आईटी पेशेवरों की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी. इस दुर्घटना से दो दिन पहले, नोएडा में तेज गति से जा रही एक बीएमडब्ल्यू कार ने 16 मई को सुबह 6 बजे एक ई-रिक्शा को टक्कर मार दी थी, जिससे एक नर्स सहित दो लोगों की मौत हो गई थी और तीन घायल हो गए थे।.
Audi से भी हुआ था हादसा
उत्तर प्रदेश में 26 मई को सुबह तेज गति से जा रही एक ऑडी कार ने 64 साल के बुजुर्ग को टक्कर मार दी थी. बुजुर्ग जनक देव शाह की मौके पर ही मौत हो गई. सेक्टर 53 के गिझोर गांव के रहने वाले शाह दूध लेने के लिए जा रहे थे. उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में नोएडा और ग्रेटर नोएडा आते हैं.
सड़क मंत्रालय की रिपोर्ट जारी
गौतम बुद्ध नगर में पिछले साल 1,176 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 470 लोगों की मौत हो गई और 858 घायल हो गये. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में जिले में सड़क दुर्घटना में 437 लोगों की मौत हुई और 856 लोग घायल हो गए. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2022 में देश भर में 4.61 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 1.68 लाख लोग मारे गए और 4.43 लाख लोग घायल हुए.
Rolls Royce की भी हुई टक्कर
जान गंवाने वाले 1.68 लाख लोगों में से 1.19 लाख की जान यातायात नियमों के उल्लंघनों के कारण, तेज गति के कारण हुए हादसों में गई. पिछले साल अगस्त में हरियाणा के नूंह में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक पेट्रोल टैंकर से रोल्स रॉयस फैंटम की टक्कर हुई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. बताया जाता है कि ट्रक गलत दिशा से जा रहा था और लिमोसिन की गति करीब 230 किमी प्रति घंटा थी.
लक्जरी कारों से सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या के बारे में सड़क सुरक्षा अधिवक्ता और गैर सरकारी संगठन ‘सेव लाइफ फाउंडेशन’ के संस्थापक पीयूष तिवारी ने कहा कि यह समस्या देश में त्रुटिपूर्ण लाइसेंसिंग प्रणाली के कारण उत्पन्न हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर आपके पास एक एलएमवी लाइसेंस है तो आप 800 सीसी के इंजन वाली कार से लेकर हाईपॉवर वाली सुपर कार तक कुछ भी चला सकते हैं. लाइसेंसिंग प्रणाली में सुधार जरूरी है. वाहन चलाने की क्षमता के आधार पर लाइसेंस दिया जाना चाहिए.
पैदल यात्रियों भी हादसे के शिकार
नवंबर 2022 में टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री और उनके दोस्त जहांगीर पंडोल की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. मोटर वाहन दुर्घटनाओं ने पैदल चलने वालों को भी नहीं बख्शा है. भारत में सड़क दुर्घटना 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्गों पर 20,513 दुर्घटनाओं में 10,160 पैदल यात्रियों की मौत हुई है. तिवारी ने कहा कि सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि पैदल चलने वालों के अनुकूल संरचनाएं बनाई जाएं.