इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाले स्टार्टअप BGauss ने भारत वैल्यू फंड (BVF) से 161 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है. इस निवेश से कंपनी अपनी भारत और विदेशों में उपस्थिति बढ़ाने की योजना बना रही है. इस फंडिंग राउंड में प्राइमरी और सेकेंडरी कैपिटल का मिक्स है. 

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BGauss इस फंड का इस्तेमाल अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने, मार्केटिंग प्रयासों को तेज करने और आगामी उत्पादों के लिए अपनी इन-हाउस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) को और मजबूत करने में करेगा. कंपनी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक, हेमंत काबरा के अनुसार, BGauss इस साल दो नए उत्पाद लॉन्च करने की योजना बना रही है. इनमें से जून 2024 में लॉन्च होने वाला RUV 350 स्कूटर खास है, जो 3.5 किलोवाट की इलेक्ट्रिक मोटर के साथ आता है. यह स्कूटर 75 किमी प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड और 165 न्यूटन मीटर का टॉर्क प्रदान करता है.

मौजूदा वक्त में BGauss के पास करीब 45,000 ग्राहक हैं और कंपनी अपने डीलरशिप नेटवर्क को 120 से बढ़ाकर 500 तक पहुंचाने की योजना बना रही है. इसके साथ ही, 1000 से अधिक टच प्वाइंट्स पूरे भारत में स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है. कंपनी की उत्पादन क्षमता फिलहाल 1 लाख यूनिट्स प्रति वर्ष है, जिसे बढ़ाया जाएगा ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके.

BGauss की शुरुआत 2020 में हेमंत काबरा ने की थी, जो RR ग्लोबल समूह के एक प्रमोटर हैं. यह पहल समूह की इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेक्टर में प्रवेश का हिस्सा थी. काबरा का कहना है, "यह निवेश हमारे मिशन को तेज़ी से पूरा करने में मदद करेगा और हमारा भारतीय बाजार में टॉप-5 EV टू-व्हीलर कंपनियों में शामिल होने का टारगेट है."

FY24 में BGauss का रेवेन्यू 178.4 करोड़ रुपये था, जबकि कंपनी ने 49.6 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान दर्ज किया. कंपनी का टारगेट इस वित्त वर्ष में लगभग 250 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करने का है. भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में हाल के दिनों में काफी कॉम्पटीशन बढ़ गया है. इसमें जहां Ola Electric, Bajaj Auto, TVS Motor Company और Ather Energy जैसी कंपनियां बाजार हिस्सेदारी के लिए टक्कर ले रही हैं. 

BVF, जो एक कैटेगरी II वैकल्पिक निवेश फंड है, इस निवेश के माध्यम से पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार व्यवसायों का समर्थन करता है. BVF के को-फाउंडर मदन लुनावत का कहना है, "हम हमेशा ऐसे व्यवसायों का समर्थन करते हैं जो सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम कर रहे हैं और हम ईको-फ्रेंडली पहल को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से शामिल हैं."