15 दिसंबर, 2019 से टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है. सरकार के इस फरमान के बाद ज्यादातर गाड़ियों पर Fastags लग चुके हैं या फिर लगाए जा रहे हैं. एनएचएआई ने यात्रा को आसान बनाने के लिए देशभर के अपने 523 टोल प्लाजा पर रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन आधारित (RFID technology) फास्टैग से टोल टैक्स कलेक्शन शुरू कर दिया है. नई गाड़ियों में फास्टैग लगा हुआ आ रहा है.

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लेकिन फास्टैग लेने के बाद भी आप बिना पैसे दिए टोल प्लाजा पर पार कर सकते हैं. शायद इस बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी होगी. अगर टोल प्लाजा की रीडिंग मशीन आपके फास्टैग को स्कैन या रीड नहीं कर पाती तो आपको कोई भी चार्ज नहीं देना होगा.

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के नेशनल हाईवे फी डिटर्मिनेशन ऑफ रेट्स एंड कलेक्शन अमेंडमेंट रूल के मुताबिक, अगर किसी गाड़ी पर फास्टैग लगा हुआ है और उसमें बैलेंस भी है लेकिन, टोल नाके पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन इन्फ्रास्ट्रक्चर की खराबी के कारण आपके फास्टैग से पेमेंट नहीं हो पाता है तो गाड़ी को बिना किसी भुगतान के टोल प्लाजा से गुज़रने दिया जाएगा. इस तरह के ट्रांजेक्शन के लिए वीकल यूज़र को जीरो ट्रांजेक्शन रसीद दी जाएगी. 

फास्टैग चार्ज करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने भीम ऐप से चार्जिंग सिस्टम शुरू किया है. भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने ग्राहकों को एनईटीसी फास्टैग को भीम यूपीआई (Bhim UPI) से रिचार्ज करने का विकल्प उपलब्ध कराया है. 

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बता दें कि फास्टैग इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन की एक तकनीक है. इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का इस्तेमाल होता है. इस टैग को गाड़ी के सामने वाले शीशे (विंडस्क्रीन) पर लगाया जाता है. आपकी गाड़ी जैसे ही टोल नाके के पास आती है, तो पर लगा सेंसर आपकी गाड़ी के शीशे पर लगे फास्टैग को ट्रैक कर लेता है.

इसके बाद आपके फास्टैग अकाउंट से उस टोल प्लाजा पर लगने वाला टैक्स कट जाता है. इस तरह आप टोल प्लाजा पर रुके बिना ही टैक्स का भुगतान कर पाते हैं. वाहन में लगा यह टैग आपके प्रीपेड खाते के सक्रिय होते ही अपना काम शुरू कर देगा. वहीं, जब आपके फास्टैग अकाउंट की राशि खत्म हो जाएगी, तो आपको उसे फिर से रिचार्ज करवाना पड़ेगा.