Budget 2023: इलेक्ट्रिक कार और स्कूटर-बाइक इस वजह से सस्ते में खरीदने का होगा मौका, बजट में वित्त मंत्री ने दी है राहत
Budget 2023: देश में बनने वाले लीथियम आयन बैटरी सेल्स प्लांट अपने निवेश पर ज्यादा रिटर्न हासिल कर सकेंगे और इससे लीथियम आयन बैटरी सेल्स की घरेलू मैनुफैक्चरिंग को बढ़ावा मिल सकेगा.
Budget 2023: इलेक्ट्रिक कार (electric car), बाइक (electric Bike), स्कूटर (Electric Scooter) या दूसरी ईवी गाड़ियां आने वाले दिनों में सस्ती हो जाएंगी. ऐसा बजट 2023 भाषण में वित्त मंत्री के किए गए एक खास ऐलान के बाद होगा. वित्त मंत्री ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली बैटरी पर लगने वाले आयात शुल्क (Custom Duty) में कमी कर दी है. किसी भी इलेक्ट्रिक गाड़ी में लीथियम आयन बैटरी बेहद ही महत्वपूर्ण कम्पोनेंट की भूमिका निभाती है. यह गाड़ी की कीमत पर सीधे आसर डालती है. आने वाले दिनों में सरकार के इस ऐलान से ईवी (ev) मैनुफैक्चरर्स कंपनियों को बिक्री बढ़ाने और आम लोगों को सस्ती कीमत में अपने पसंदीदा मॉडल खरीदने का मौका मिलेगा.
कस्टम ड्यूटी घट गया इतना
सरकार की तरफ से बजट के बाद लीथियम आयन बैटरी पर कस्टम ड्यूटी (Custom Duty) 21 प्रतिशत से घटकर 13 प्रतिशत हो गया है. बैटरी पर सब्सिडी को अगले एक साल के लिए एक्सटेंड कर दिया गया है. इससे देश में बनने वाले लीथियम आयन बैटरी सेल्स प्लांट अपने निवेश पर ज्यादा रिटर्न हासिल कर सकेंगे और इससे लीथियम आयन बैटरी सेल्स की घरेलू मैनुफैक्चरिंग को बढ़ावा मिल सकेगा. साल 2022 में देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट ने शानदार प्रदर्शन किया है. आने वाले दिनों में जब कंपनियों की लागत में कमी आएगी तो वह इसका फायदा कस्टमर्स को भी देंगे.
कंपनियों की लागत में कमी आएगी
मोटोवोल्ट मोबिलिटी के फाउंडर और सीईओ तुषार चौधरी कहते हैं कि बजट में ईवी सेक्टर (ev sector) को इन्फ्रास्ट्रक्चर स्टेटस देने के बाद ईवी कम्पोनेंट बनाने वाली कंपनियों की लागत में कमी आएगी और भारत में इस सेक्टर में मैनुफैक्चरिंग कैपिसिटी में बढ़ोतरी होगी. चौधरी ने यह भी कहा कि 15 साल पुरानी गाड़ियों की स्क्रैपिंग के बाद लोगों का रुझान पेट्रोल-डीजल गाड़ियों से ईवी की तरफ बढ़ेगा. भारत सरकार देश में ग्रीन मोबिलिटी पर विशेष फोकस कर रही है.
कितना मिलता है इंसेंटिव
मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की बैटरी पर 15 हजार रुपये प्रति किलोवाट (गाड़ी की कीमत के 40% तक) के हिसाब से इंसेंटिव मिलता है. टू व्हीलर में बैटरी की साइज करीब 2 किलोवाट की होती है. इसी तरह, थ्री व्हीलर पर 10 हजार रुपये प्रति किलोवाट (5 किलोवाट साइज), फोर व्हीलर पर प्रति 10 हजार रुपये (15 किलोवाट की साइज), इलेक्ट्रिक बस पर 20 हजार रुपये प्रति किलोवाट (बैटरी साइज 250 kWh की होती है) के हिसाब से इंसेंटिव मिलता है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें