Bharat NCAP Launched in India: केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश का पहला और खुद का कार क्रैश टेस्ट प्रोग्राम लॉन्च कर दिया है. आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने Bharat NCAP को आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया है. इवेंट के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि Bharat NCAP को ग्लोबल लेवल पर लेकर जाना हमारा लक्ष्य है. उन्होंने इस प्रोग्राम को लॉन्च करते हुए कहा कि ये देश के लिए ऐतिहासिक पहल है कि अब हमारे पास खुद का कार क्रैश टेस्ट प्रोग्राम होगा. इसके तहत भारत में बनने वाली कार का क्रैश टेस्ट किया जाएगा. ये प्रोग्राम 1 अक्टूबर 2023 से लागू हो जाएगा.

15-20 कार को Bharat NCAP के जरिए मिलेगी रेटिंग

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नितिन गडकरी ने इस प्रोग्राम के इवेंट के दौरान बताया कि Bharat NCAP रेटिंग के तहत ऑटो मेकर्स कंपनियों की ओर से सेफ्टी रेटिंग के लिए 15-20 कार आ चुकी हैं. नितिन गडकरी ने कहा कि मौजूदा समय में रोड इंजीनियरिंग एक बड़ी समस्या है. उन्होंने आगे कहा कि आज के समय में लोग लागत की नहीं बल्कि क्वालिटी के बारे में सोचती है. 

नितिन गडकरी ने आगे कहा कि इंडियन ऑटोमोबाइल सेक्टर को 15 लाख करोड़ बनाने का लक्ष्य है. चीन और अमेरिका के बाद भारत ऑटो सेक्टर में तीसरा स्थान रखता है. ऑटोमोबाइल सेक्टर में ग्रोथ 20.25 फीसदी है. 

Bharat NCAP प्रोग्राम कैसे करेगा काम?

बता दें कि Bharat NCAP प्रोग्राम को लेकर किसी ने विरोध नहीं किया है. इस प्रोग्राम के तहत सरकार सभी ग्लोबल NCAP स्टैंडर्ड्स को फॉलो करने वाली है. Bharat NCAP के तहत 2 तरह से कार क्रैश टेस्ट किया जाएगा. इसमें फ्रंट और साइड क्रैश टेस्ट किया जाएगा. बता दें कि महंगी और लग्जरी कार में तमाम फीचर्स दिए जाते हैं लेकिन कम लागत वाली कार और किसी आम नागरिक के लिए उपलब्ध ऑप्शन को भी सुरक्षा के लिहाज से और मजबूत बनाना है. 

बता दें कि भारत में कार क्रैश टेस्ट की लागत विदेशों में होने वाली लागत की एक तिहाई हो सकती है. इवेंट के दौरान बताया गया कि विदेशों में रेटिंग के लिए 2.5 करोड़ खर्च होता है और जो हमारे यहां मात्र ₹65 लाख में होगा.

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