भारी उद्योग मंत्री ZEE BUSINESS से बोले- ऑटो PLI स्कीम को बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला, इंडस्ट्री ने जबरदस्त रुचि दिखाई
उद्योग जगत ने इस स्कीम में जबरदस्त रुचि दिखाई है. इसका अंदाजा महज इससे लगाया जा सकता है कि सरकार को अबतक लगभग ₹75000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं.
भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय (Heavy Industries Minister Dr. Mahendra Nath Pandey) ने कहा है कि सरकार की तरफ से लाई गई ऑटो PLI स्कीम को बहुत ही अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. उद्योग जगत ने इस स्कीम में जबरदस्त रुचि दिखाई है. इसका अंदाजा महज इससे लगाया जा सकता है कि सरकार को अबतक लगभग ₹75000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. केंद्रीय मंत्री ने यह बातें मंगलवार को ज़ी बिज़नेस (ZEE BUSINESS) से हुई खास बातचीत में कही.
ऑटो सेक्टर का सरकार की नीतियों पर भी भरोसा
मंत्री ने कहा कि जब स्कीम जारी की गई थी तो 42000- 45000 करोड़ के निवेश का अनुमान जताया गया था, लेकिन आज इसमें काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. सरकार की इस स्कीम को इंडस्ट्री से मिला सपोर्ट यह दिखाता है कि ऑटो सेक्टर का सरकार की नीतियों पर भी भरोसा है. उन्होंने कहा कि देश की कंपनियों के अलावा ब्रिटेन, अमेरिका जैसे 10 देशों की कंपनियों ने भी निवेश प्रस्ताव दिया है.
10 लाख रोज़गार पैदा होंगे
सरकार की इस पहल यानी ऑटो PLI स्कीम से प्रत्यक्ष रूप से लगभग 10 लाख रोज़गार पैदा होंगे जबकि अप्रत्यक्ष रूप से भी लाखों लोगों को इसका फायदा मिलेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए बैटरी महत्वपूर्ण Component है, इसलिए EV के लिए PLI स्कीम जारी की गई है. पांडेय ने कहा कि ACC बैटरी को लेकर ₹18,000 करोड़ की PLI स्कीम मंजूरी के आखिरी पड़ाव में है. इसके निवेशक और निवेश का औपचारिक ऐलान अगले कुछ दिनों में सम्भव है.
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73 ऑटो सेक्टर कंपनियों को मंजूरी
भारत सरकार ने ऑटोमोबाइल और कम्पोनेंट मैनुफैक्चरर्स को प्रोमोट करने के लिए 42,500 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना की घोषणा की थी. इस स्कीम को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. सरकार ने पीएलआई योजना के लिए लगभग 73 ऑटो सेक्टर कंपनियों को मंजूरी दी है. भारत ऑटो उद्योग सेगमेंट में वॉल्यूम के मामले में टॉप पांच देशों में आता है.