ऑटो-टेम्‍पो से चलने वालों के लिए बुरी खबर है. डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से ईंधन के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें उछलने के बाद अब दबाव CNG और PNG पर है. दोनों की ही कीमतें 1 अक्‍टूबर 2018 को रिवाइज होंगी. यह समीक्षा हर छह माह पर होती है. सरकारी व्‍यवस्‍था के तहत हर छह माह पर प्राकृतिक गैस के दामों की समीक्षा की जाती है. इसके आधार पर सीएनजी और पीएनजी दोनों के दाम तय होंगे. आशंका है कि घरेलू स्‍तर पर होने वाले गैस उत्‍पादन की कीमतों में 14% की बढ़ोतरी हो जाए.

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मार्च 2016 में चढ़ गई थीं कीमतें

इससे पहले मार्च 2016 में गैस की कीमतों में उछाल आया था. प्राकृतिक गैस की कीमत अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और रूस के बाजार को देखकर तय होती है. अगर रुपया ऐसे ही कमजोर बना रहता है तो सीएनजी और पीएनजी की कीमत हर शहर में बढ़ जाएगी. इससे चलने वाले बस, ऑटो और टेंपो के किराए में बढ़ोतरी हो सकती है. 

अप्रैल से 3 बार बढ़े सीएनजी के दाम

टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक दिल्‍ली-एनसीआर में इंद्रप्रस्‍थ गैस लिमिटेड सीएनजी की सप्‍लाई करती है. उसने अप्रैल से अब तक 3 बार कीमतों में वृद्धि की है. कुल 2.89 रुपए प्रति किलो की अब तक वृद्धि हुई है. इसमें आधी वृद्धि रुपए के कारण हुई है. शुरुआती कारोबार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 53 पैसे और मजबूत होकर 71.84 पर खुला. इसकी प्रमुख वजह निर्यातकों और बैंकों डॉलर की बिकवाली बढ़ना है. लेकिन शाम तक इसमें फिर गिरावट देखी गई.

10 पैसे और चढ़े पेट्रोल के दाम

पिछले करीब एक महीने से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जारी वृद्धि थम नहीं रही है. शुक्रवार को दिल्‍ली में पेट्रोल के दामों में 10 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इससे दिल्‍ली में पेट्रोल 82.32 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया. हालांकि डीजल की कीमतों को लेकर लोगों को कुछ राहत मिली है. शु्क्रवार को लगातार दूसरे दिन डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई.